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एडिशनल जज उत्तम आनंद मौत मामले में SC ने सीबीआई से मांगा जवाब

सीबीआई ने झारखंड सरकार के अनुरोध और केंद्र के अधिसूचना पर केस दर्ज कर लिया था. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर आनंद के कथित हत्या मामले में स्वत: संज्ञान लिया है.

Updated on: 06 Aug 2021, 01:13 PM

highlights

  • जज उत्तम आनंद मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
  • सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर सीबीआई से मांगा जवाब
  • सीबीआई उत्तम आनंद मौत मामले की कर रही जांच 


 

नई दिल्ली :

धनबाद में एडिशनल जज उत्तम आनंद (Additional District Judge Uttam Anand Death Case) की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. बता दें कि इस मामले में झारखंड सरकार ने CBI जांच की सिफारिश की थी. बुधवार को सीबीआई ने झारखंड सरकार के अनुरोध और केंद्र के अधिसूचना पर केस दर्ज कर लिया था. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर आनंद के कथित हत्या मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. शुक्रवार यानी आज इसकी सुनवाई हुई. 

इधर, झारखंड सरकार ने कहा कि जिला और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से जुड़े मामले की जांच में राज्य सीबीआई को पूरा सहयोग देगा.

आपको बता दें एडिशनल जज उत्तम आनंद की ऑटो रिक्शा से टक्कर मार कर हत्या किए जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. धनबाद में सुबह की सैर के दौरान ऑटो-रिक्शा की चपेट में आने से एक जज की मौत हुई थी. 

इधर, सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. इसी क्रम में सीबीआई की 4 सदस्यीय टीम गुरुवार को धनबाद सदर थाना पहुंची, जहां उन्होंने पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से बातचीत कर मामले में की गयी अब तक की जांच और तथ्यों के बारे में जानकारी ली. साथ ही इस मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण कागजातों को भी सीबीआई अपने साथ ले गई. 

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मीडिया रिपोर्ट की मानें तो देर रात धनबाद पहुंची सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम कई जगहों को खंगाला.इस दौरान कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.

सीबीआई के स्पेशल क्राइम सेल की ओर से केस की जांच नए सिरे से की जा रही है. इस केस के इंचार्ज एएसपी रैंक के अधिकारी विजय कुमार शुक्ला बनाए गए है. सीबीआई एसपी जगरूप एस गुसिन्हा के आदेश पर केस की जांच के लिए बनाई गई 20 सदस्यीय एसआईटी में बायोलॉजी, डीएनए प्रोफाइलिंग, फिंगर प्रिंट्स, फॉरेंसिक साइकोलॉजी और सेरोलॉजी विंग के एक्सपर्ट भी शामिल किए गए हैं.