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Biden वर्चुअल बैठक में फिर बनाएंगे रूस की आलोचना का PM Modi पर दबाव

राष्ट्रपति जो बाइडन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाएंगे कि वह यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर कड़ा रुख अपनाएं. गौरतलब है कि भारत ने अभी तक रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में किसी भी वोटिंग में भाग नहीं लिया है.

Updated on: 11 Apr 2022, 08:17 AM

highlights

  • व्हाइट हाउस ने दिए रूस के खिलाफ दबाव बनाने का संकेत
  • भारत- अमेरिका चौथे दौर की टू प्लस टू बातचीत होगी आज
  • तमाम मसलों समेत रूस-यूक्रेन युद्ध पर होगी विस्तार से बात

नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) की आज वॉशिंगटन में अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ टू प्लस टू वार्ता होनी है. हालांकि इसके ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे. इस वर्चुअल बैठक में हिंद प्रशांत (Indo Pacific) क्षेत्र की समीक्षा समेत कोरोना संक्रमण, जलवायु परिवर्तन वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूती देने जैसे मसलों पर चर्चा होगी. यह अलग बात है कि व्हाइट हाउस ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि इस दौरान अमेरिका यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर पीएम मोदी पर मॉस्को की आलोचना करने के लिए दबाव भी बना सकता है. ठीक वैसे जैसे अमेरिका नहीं चाहता है कि जी-20 समूह से भारत रूस (Russia) को बाहर कर दे. 

व्हाइट हाउस ने दिए संकेत
गौरतलब है कि भारत-अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता के चौथे सत्र से पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने मीडिया को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने संकेत दिए कि राष्ट्रपति जो बाइडन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाएंगे कि वह यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर कड़ा रुख अपनाएं. गौरतलब है कि भारत ने अभी तक रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में किसी भी वोटिंग में भाग नहीं लिया है. साथ ही रूस की नाम लेकर आलोचना से भी परहेज किया है. यह अलग बात है कि कई मसलों पर पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच शांति बहाली की जरूरत पर बल दिया है. 

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अमेरिकी डिप्टी एनएसए पहले दे चुके हैं चेतावनी
संभवतः भारत के इसी लचीले रवैये को देखते हुए विगत दिनों भारत दौरे पर आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए दिलीप सिंह ने रूस पर थोपे गए अमेरिकी प्रतिबंधों को नहीं मानने वाले देशों को लेकर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. दिलीप सिंह की यह चेतावनी परोक्ष रूप से भारत के लिए थी, जिसका वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तीखा विरोध किया था. यही नहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि जी पार्थसारथी ने भी दिलीप सिंह को आड़े हाथों लेने में देर नहीं की थी. अब जब भारत-अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता आज हो रही है, तो उसके पहले वर्चुअल बैठक में जो बाइडन परस्पर वार्ता में पीएम मोदी पर रूस की मुखर आलोचना का फिर से दबाव बना सकते हैं. 

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चौथे सत्र की टू प्लस टू की भारत-अमेरिका यात्रा आज
पीएम मोदी और बाइडन की वर्चुअल बैठक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह औऱ विदेश मंत्री एस जयशंकर वॉशिंगटन में अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ टू प्लस ट' वार्ता के चौथे सत्र के तहत बातचीत करेंगे. तीन सत्र की बातचीत डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में हो चुकी हैं. बाइडन प्रशासन के आने के बाद भारत-अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता का यह पहला संस्करण होगा. भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार टू प्लस टू वार्ता में दोनों देशों को विदेश नीति, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग से जुड़े तमाम मुद्दों पर विमर्श होगा.