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गलवान घाटी में पुरानी स्थिति पर लौटने पर बनी सहमति, भारत चीन में तय हुआ ये फॉर्मूला

भारत और चीन के बीच गलवान घाटी (Galwan Valley) को लेकर हुई सैन्य स्तर की बातचीत में दोनों देश एक बार फिर पीछे हटने को तैयार हो गए हैं. दोनों देशों के बीच कुछ मामलों को लेकर सहमति बन गई है.

Updated on: 02 Jul 2020, 09:19 AM

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी गतिरोध के बीच दोनों पक्षों के बीच बातचीत के जरिए तनाव कम करने के लिए कई मद्दों पर सहमति बनी है. चीन की सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने दावा किया है कि दोनों देश चरणबद्ध तरीके से सैनिकों को हटाने के लिए हो गए हैं. दोनों देशों के बीच इस बात पर भी सहमति बन गई है कि गलवान (Galwan Valley) जैसी हिंसक झड़प फिर से नहीं दोहराई जाएगी.

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पैंगोंग सो का मामला अभी भी अटका
जानकारी के मुताबिक भारत और चीन (India-China Standoff) एक बार फिर गलवान घाटी (Galwan Valley) और गोगरा हॉट स्प्रिंग (Gogra Hot Springs) पर शांतिपूर्ण हल के लिए तैयार हो गए हैं. इससे पहले भी दोनों देशों के बीच हुई सैन्य वार्ता के दौरान पहले की स्थिति पर लौटने की सहमति बनी थी लेकिन तब चीनी सैनिकों द्वारा समझौते का पालन नहीं करने के चलते तनाव बढ़ गया था. हालांकि पैंगोंग सो (झील) को लेकर कोई कामयाबी नहीं मिली है, दोनों देशों में इस इलाके को लेकर जो टकराव है उस पर अभी कोई स्थिति साफ दिख रही है.  

इन मुद्दों पर बनी बात
मंगलवार को दोनों देशों के बीच हुई कोर कमांडर लेवल की बातचीत चीन के कोर कमांडर मेजर जनरल लिउ लिन और भारत के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरेंदर सिंह शामिल हुए. दोनों के बीच करीब करीब 12 घंटों तक बातचीत हुई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देश ने 15 जून जैसी खूनी भिड़ंत फिर ना करने पर सहमति बनाई है.

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72 घंटे तक रखेंगे एक दूसरे पर निगरानी
बातचीत में तय हुआ है कि दोनों पक्ष एक दूसरे पर 72 घंटों तक निगरानी रखेंगे. ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया है कि भारत और चीन LAC पर तनाव कम करने पर सहमत हो गए हैं. दोनों देशों में चरणबद्ध तरीके से सैनिकों को हटाने पर भी सहमति बन गई है. हालांकि, भारत की तरफ से इस बात पर अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है.