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Covishield-Covaxin के मिक्स डोज का बेहतर असरः ICMR

इससे न केवल कोरोना के संक्रमण को कम किया जा सका बल्कि इससे शरीर में अच्‍छी प्रतिरोधक क्षमता भी बनती देखी गई.

Updated on: 08 Aug 2021, 01:04 PM

highlights

  • कुछ ही दिन पहले मिली थी मिक्स डोज के ट्रायल को मंजूरी
  • आईसीएमआर के मुताबिक कोरोना संक्रमण कम हुआ दो डोज से
  • साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में भी हुआ काफी इजाफा

नई दिल्ली:

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की मिक्स डोज को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के हालिया शोध में बेहद उत्साहवर्धक परिणाम मिले हैं. दुनिया के कई अन्य देशों की तरह भारत में भी कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण की मिश्रित डोज को लेकर शोध किया जा रहा है. अपने इस शोध में आईसीएमआर ने कहा है कि कोविशील्‍ड (Covishield) और कोवैक्‍सीन (Covaxin) के मिक्‍स डोज के बेहतर परिणाम सामने आए हैं. आईसीएमआर के मुताबिक एडिनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म के आधार पर दो वैक्‍सीन को जब मिलाया गया, तो इससे न केवल कोरोना के संक्रमण को कम किया जा सका बल्कि इससे शरीर में अच्‍छी प्रतिरोधक क्षमता भी बनती देखी गई.

कुछ दिन पहले मिली थी मंजूरी
गौरतलब है कि कोरोना पर विशेषज्ञ कार्य समिति (एसईसी) ने कुछ दिन पहले ही कोविशील्ड और कोवैक्‍सीन के मिश्रित खुराक के साथ ही नाक में दी जाने वाली भारत बायोटेक की वैक्‍सीन पर अध्‍ययन को मंजूरी दी थी. एसईसी से जुड़े सदस्‍यों ने बताया कि कई देशों में एक ही इंसान को दो कोरोना वैक्‍सीन दी जा चुकी है और इसके परिणाम काफी बेहतर देखने को मिले हैं.

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सीएमसी ने दी थी क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने कहा था कि इस स्टडी का उद्देश्य यह आकलन करना था कि क्या किसी व्यक्ति को दो अलग-अलग वैक्सीन की डोज दी जा सकती है. टीकाकरण को पूरा करने के लिए एक व्यक्ति को कोविशील्ड और कोवैक्सिन के अलग-अलग शॉट्स दिए जा सकते हैं. सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने विस्तृत विचार-विमर्श के बाद सीएमसी, वेल्लोर को चौथे स्टेज के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति देने की सिफारिश की थी. इसमें 300 हेल्थ वॉलिंटियर्स को शामिल किया गया था.

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यूपी में गलती से लग गई थी दो अलग-अलग वैक्‍सीन
समिति के सदस्‍यों ने बताया कि कोविशील्‍ड और कोवैक्‍सीन की मिश्रित खुराक का अभी तक कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है. उत्‍तर प्रदेश में गलती से एक शख्‍स को दो अलग-अलग वैक्‍सीन की डोज दे दी गई थी. इसके बाद डॉक्‍टरों ने उस शख्‍स पर नजर रखी. बता दें कि शख्‍स पूरी तरह से स्‍वस्‍थ है और उसे किसी भी तरह की कोई दिक्‍कत नहीं है. पूरी संभावना है कि वैज्ञानिक अध्ययन में कोरोना वायरस और एडिनो वायरस से बनीं दो अलग-अलग वैक्सीन एक शरीर में जाकर समान असर दिखाएंगीं.