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लोकसभा चुनाव

मतदान से दूर रहने का तृणमूल का फैसला निराशाजनक: मार्गरेट अल्वा

मतदान से दूर रहने का तृणमूल का फैसला निराशाजनक: मार्गरेट अल्वा

Updated on: 23 Jul 2022, 01:35 AM

नई दिल्ली:

6 अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के मतदान से दूर रहने के फैसले को निराशाजनक करार दिया।

अल्वा ने ट्वीट किया, टीएमसी का वीपी चुनाव में मतदान से दूर रहने का निर्णय निराशाजनक है। यह व्हाटअबाउट, अहंकार या गुस्से का समय नहीं है। यह समय साहस, नेतृत्व और एकता का है।

तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि संसद के दोनों सदनों में उसके सांसद भारत के अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए मतदान से दूर रहेंगे।

यह फैसला गुरुवार दोपहर पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें तृणमूल के 35 में से 33 सांसदों ने भाग लिया।

तृणमूल के राष्ट्रीय नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा, प्रत्येक सदस्य को मुख्यमंत्री के सामने अपने विचार रखने का मौका दिया गया। इसके बाद बैठक में मौजूद 85 प्रतिशत सांसदों ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने के पक्ष में अपनी राय रखी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.