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सरकार की स्पष्ट चेतावनी, अगर आदेश नहीं माना तो होगी कार्रवाई

किसान आंदोलन को लेकर फैलाई जा रही फेक न्यूज और अंतरराष्ट्रीय सेलेब्रिटीज के भी इसमें शामिल होने के बाद केंद्र सरकार सख्त हो गई है. केंद्र ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर से कहा है कि इस वह इससे जुड़े सभी कंटेंट को अपने प्लेटफॉर्म से हटाए. 

Updated on: 03 Feb 2021, 03:55 PM

नई दिल्ली:

किसान आंदोलन को लेकर फैलाई जा रही फेक न्यूज और अंतरराष्ट्रीय सेलेब्रिटीज के भी इसमें शामिल होने के बाद केंद्र सरकार सख्त हो गई है. केंद्र ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर से कहा है कि इस वह इससे जुड़े सभी कंटेंट को अपने प्लेटफॉर्म से हटाए.

ट्विटर पर किसान नरसंहार को लेकर कई ट्वीट किए जा रहे हैं. इस मामले के बाद केंद्र इस मामले में सख्त हो गया है. ट्विटर से कहा गया है कि वह हैशटैग मोदी प्लानिंग फार्मर जैनोसाइड से जुड़ी खबरों को हटाए. इस खबरों को तथ्यों से परे भ्रामक प्रचार के लिए प्रसारित किया जा रहा है. 

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दरअसल बुधवार को अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना ने किसान आंदोलन को समर्थन में ट्वीट किया था. इसके बाद कई और अंतरराष्ट्रीय सैलेब्रिटीज ने भी उनके समर्थन में ट्वीट किए. इस मामले के बाद विदेश मंत्रालय को भी दखल देना पड़ा. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि किसान आंदोलन के मामले में सरकार की ओर से पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है. इस मामले में ट्वीट करने से पहले तथ्यों की जांच की जानी चाहिए.  

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हाल ही में ट्विटर पर किसानों के नरसंहार वाले हैशटैग के साथ लोगों ने ट्वीट किए थे. ट्विटर पर ModiPlanningFarmerGenocide हैशटैग चलाया गया था. सरकार ने ट्विटर को ऐसे अकाउंट पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिन्होंने इस हैशटैग के साथ ट्वीट किए. लेकिन बाद में ट्विटर ने खुद ही ऐसे अकाउंट बहाल कर दिए. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से ट्विटर को नोटिस जारी किया गया है और कहा गया है कि ट्विटर को सरकार का निर्देश मानना होगा नहीं तो कार्रवाई होगी. सरकार के नोटिस में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसलों का हवाला भी दिया गया है और कहा गया है कि ट्विटर अदालत की तरह फैसले नहीं कर सकता है.