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नरोत्तम मिश्रा बोले, किसान आंदोलन एक प्रयोग, अगर सफल हुआ तो आगे CAA...

अगर विपक्ष का यह प्रयोग सफल रहा तो फिर विपक्ष आगे सीएए, एनआरसी, धारा 370 और राम मंदिर के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर देंगे. उन्होंने विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि, कषि कानून सरकार के सदनों से पारित किया गया एक कानून है.

Updated on: 03 Feb 2021, 02:09 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि, किसान आंदोलन एक प्रयोग है जो कि विपक्षियों के द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि, अगर विपक्ष का यह प्रयोग सफल रहा तो फिर विपक्ष आगे सीएए, एनआरसी, धारा 370 और राम मंदिर के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर देंगे. उन्होंने विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि, कषि कानून सरकार के सदनों से पारित किया गया एक कानून है. अगर हम हर बार विरोध के डर से कोई नया कानून पारित कर वापस लेंगे तो फिर विपक्ष हर एक मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर अपनी ही मांगे मनवाने की कोशिश करेगा. 

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उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए ये भी पूछा कि आखिर इन कृषि कानूनों में क्या काला है. उन्होंने कहा कि कानून भी काला होता है ये विपक्ष बताता है ये विपक्ष का विरोध मान्यताओं के आधार पर है. इसके पहले उन्होंने मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के दौरान अपना काम बेहतरीन ढंग से निभाने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया था और कहा था कि जब कभी भी कोरोना का जिक्र होगा तब हमारे जांबांज पुलिसवालों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का जिक्र जरूर किया जाएगा.

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इसके पहले गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा झाबुआ में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया पर हमला बोला था. उन्हों कहा था कि कांतिलाल भूरिया आसुरी प्रवृत्ति के नेता हैं.  गृहमंत्री ने कहा कि जब कोई अच्छा काम करता है तो आसुरी शक्तियां इसमें बाधक बनती है. साथ ही साथ उन्होंने राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा था. ​​​​​​​झाबुआ में आदिवासी विधायक कांतिलाल भूरिया के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अगर द्वापर, त्रेता और सतयुग में जाएंगे और देखेंगे तो जब कोई अच्छा काम होता था तो आसुरी शक्तियां उसे बिगाड़ने के लिए तैयार खड़ी रहती थीं.