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Exclusive: भड़काऊ तकरीरों से हुआ था प्रभावित आतंकी यूसुफ, पिता और पत्नी का बहुत बड़ा खुलासा

न्यूज नेशन से बातचीत में पिता यूसुफ ने कहा कि दुबई और सऊदी अरब में 13-14 साल पहले तक अबु यूसुफ POP का काम करता था. बिना दस्तावेज के वजह से उसे डिपोर्ट कर दिया गया था.

Updated on: 23 Aug 2020, 10:28 AM

बलरामपुर:

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस ऑपरेटिव मुस्तकीम उर्फ यूसुफ के पिता और पत्नी ने बड़ा खुलासा किया है. न्यूज नेशन से बातचीत में पिता यूसुफ ने कहा कि दुबई और सऊदी अरब में 13-14 साल पहले तक यूसुफ POP का काम करता था. बिना दस्तावेज के वजह से उसे डिपोर्ट कर दिया गया था. जिसके बाद उसने हैदराबाद और मुंबई में भी काम किया. काम के दौरान ऊंचाई से गिरने पर कमर में चोट लग गई. जिस वजह से 2 साल से बलरामपुर (Balrampur) में घर पर ही था.

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संदिग्ध आतंकी यूसुफ के पिता ने बबताया कि कई कई घंटों तक वह मोबाइल में मौलानाओं की तकरीरें सुनता रहता था. शायद इन्हीं भड़काऊ तकरीरों के प्रभाव में अबु युसुफ आया. वहीं पत्नी आयशा ने खुलासा किया है कि उसे अपने पति की गलत राह की जानकारी हो गई थी और उसने उन्हें समझाने की भी कोशिश की, लेकिन मुस्तकीम उसे समझाने पर मारता पीटता था. इतना ही नहीं, किसी को कुछ भी ना बताने की धमकी देता था.

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पत्नी का कहना है कि दो दिन पहले मुस्तकीम घर से दो प्रेशर कुकर और एक घड़ी लेकर निकला था. गौरतलब है कि प्रेशर कुकर का इस्तेमाल बम औऱ घड़ी का इस्तेमाल बम के टाइमर के रूप में भी होगा किया गया. मुस्तकीम के पिता के 4 बेटे और 4 बेटियां हैं. दो बेटे गल्फ कंट्रीज में ड्राइवर की नौकरी करते हैं. उसका खाता पीता परिवार है. 22 बीघे की खेती और 10 बीघे का आम का बाग है. जिसका मतलब है कि घर में आर्थिक समस्या नहीं है.

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परिवार के सदस्यों का कहना है कि अबु युसुफ यूट्यूब और व्हाट्सएप के भड़काऊ पोस्ट, वीडियो और भड़काऊ तकरीरों से प्रभावित होकर ISIS के प्रभाव में आया. मुस्तकीम का नाम यूसुफ के रूप में प्रचारित हुआ है. लेकिन यूसफ़ मुस्तकीम के 4 बच्चों में से एक का नाम है और शातिर दिमाग मुस्तकीम ने एजेंसियों को धोखा देने के लिए अपने बेटे का नाम यूसुफ ही रख लिया. मुस्तकीम की बहन मुनिजा से भी हमने बात की, लेकिन तेज दिमाग मुनिजा जो कि 11वीं की छात्रा है, वो अपने भाई का बचाव करती दिखी.