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संकट में महागठबंधन: जेडीयू को आई BJP की याद, कहा NDA में ज्यादा सहज थे रिश्ते

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कांग्रेस के हमले को गैर दोस्ताना और गैर जरूरी करार देते हुए जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) ने कहा कि आखिर वह क्यों महागठबंधन की सरकार की उम्र को कम करने पर तुली हुई है। बिहार में जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस की सरकार है।

Updated on: 27 Jun 2017, 08:35 PM

highlights

  • जेडीयू ने कहा, एनडीए में रहने के दौरान बीजेपी से ज्यादा सहज थे रिश्ते
  • बिहार की महागठबंधन में गहराने लगा संकट, कांग्रेस के बयान पर जेडीयू का पलटवार

नई दिल्ली:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कांग्रेस के हमले को गैर दोस्ताना और गैर जरूरी करार देते हुए जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) ने कहा कि आखिर वह क्यों महागठबंधन की सरकार की उम्र को कम करने पर तुली हुई है। बिहार में जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस की सरकार है।

एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन दिए जाने के बाद नीतीश कुमार कांग्रेस और आरजेडी के निशाने पर है। जेडीयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि जब वह एनडीए के साथ सरकार में शामिल थे तब बीजेपी के साथ उनके रिश्ते 'सहज' थे। हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनके इस बयान का मतलब भगवा दल के साथ गठबंधन में जाने का नहीं है।

त्यागी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई। सोमवार को आजाद ने कहा था कि जिनके एख सिद्धांत होते हैं, वह एक फैसला लेते हैं और जिनके कई सिद्धांत होते हैं, वह कई फैसले लेते हैं। आजाद का यह बयान नीतीश कुमार को लेकर था, जिस पर उनकी पार्टी ने करारा पलटवार किया था।

त्यागी ने कहा कि वामपंथी दलों के साथ हुई बैठक में किसी गैर कांग्रेसी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर सहमति बनी थी लेकिन कांग्रेस के अड़ियल और जिद्दी रवैये के कारण यह संभव नहीं हो पाया। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।कोविंद को समर्थन दिए जाने पर त्यागी ने कहा, 'उन्हें समर्थन देना पूरी तरह से अलग मामला है। आखिर कोई इसे स्थायी मानकर ऐसी टिप्पणी कर रहा है जिससे महागठबंधन की सरकार की जिंदगी कम हो सकती है?'

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त्यागी ने कहा, 'आजाद का बयान ठीक नहीं था। यह गैर दोस्ताना और गैर जरूरी था। हमने कभी भी कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।' जेडीयू के बीजेपी के साथ जाने के बारे में पूछे जाने पर त्यागी ने कहा कि हम विचारधारा को लेकर अलग हुए थे और वह मुद्दा अभी भी प्रासंगिक है।

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उन्होंने कहा, 'बीजेपी के साथ हमारा रिश्ता सहज था लेकिन हम विचारधारा के मतभेद के कारण अलग हुए।'