logo-image

मोदी-ट्रंप मुलाकात के बाद चीन ने चेताया, कहा- वॉशिंगटन का 'मोहरा' न बने भारत

चीन की सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' ने कहा है कि भारत अमेरिका के साथ मिलकर चीन के मुकाबले में खड़े होने की कोशिश कर रहा है जो ठीक नहीं है।

Updated on: 27 Jun 2017, 05:57 PM

highlights

  • मोदी-ट्रंप के बीच मुलाकात को लेकर चीनी मीडिया ने उठाया सवाल
  • अमेरिका के साथ मिलकर भारत का मोर्चा बनाना ठीक नहीं

नई दिल्ली:

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात को लेकर चीन असहज सा दिख रहा है। चीन की सरकारी मीडिया 'ग्लोबल टाइम्स' ने कहा है कि भारत अमेरिका के साथ मिलकर चीन के मुकाबले में खड़े होने की कोशिश कर रहा है जो ठीक नहीं है।

चीन की सरकारी समाचारपत्र छपे लेख के अनुसार, 'चीन के बढ़ते प्रभाव से अमेरिका और भारत चिंतित हैं। हाल के दिनों में चीन के प्रभाव को रोकने के लिए वॉशिंगटन ने भारत के साथ अपने संबंध में सुधार किया है।'

अखबार ने लिखा है, 'चीन के खिलाफ मोर्चा बनाना भारत के लिए हित में नहीं है। इसका 'विनाशकारी परिणाम' हो सकता है।' लेख में जिक्र किया गया है कि भारत अपनी गुटनिरपेक्ष नीति को त्याग करते हुए चीन से मुकाबला करने के लिए अमेरिका के तरफ झुक रहा है।

अखबार का कहना है कि भारत के इस नीति से दक्षिण एशिया में नई दुविधा की स्थिति पैदा हो जाएगी।

बता दें की दोनों के बीच मुलाकात के दौरान सीमा से जुड़े विवाद और समुद्री विवाद को शांतिपूर्वक आपसी बातचीत और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हल करने की अपील की गई थी।

साउथ चाइना सी में चीन लगातार अपना दावा करता रहा है तो दूसरी तरफ भारत के साथ उसका सीमा विवाद भी है। मोदी और ट्रंप के बीच हुई बैठक के बाद संयुक्त बयान में दोनों नेता इस बात पर सहमत दिखे थे कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति के लिए अमेरिका और भारत साझेदारी को और मजबूत करेंगे।

इसे भी पढ़ेंः यूरोपियन यूनियन ने गूगल पर ठोका 2.7 अरब डॉलर का जुर्माना