50 वर्षीय माकपा नेता एम.बी. राजेश ने मंगलवार को अपने पहले विधानसभा चुनाव में 15वीं केरल विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने वाले पहले विधायक बनकर खुद को रिकॉर्ड बुक में दर्ज कर लिया. यह उपलब्धि हासिल करने वाले दो अन्य विधायक अपने पहले कार्यकाल के कार्यकाल में बाद में अध्यक्ष बने थे. राजेश की जीत पहले से तय थी क्योंकि 140 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाले वाम दलों के पास 99 विधायक हैं. अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के लिए तीन बार के कांग्रेस विधायक पी.सी. विष्णुनाथ को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने खड़ा किया था, जिसके पास 41 सदस्यों का समर्थन था. पहले सत्र के दूसरे दिन मौजूद विधायकों ने सुबह नौ बजे मतदान शुरू होने पर वोट डाला. वोटों की गिनती के बाद राजेश को 96 और विष्णुनाथ को 40 वोट मिले.
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बाद में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन और प्रो-टर्म स्पीकर पी.टी.ए. रहीम राजेश को स्पीकर की कुर्सी तक ले गए. विजयन ने अपने भाषण में राजेश को बधाई दी और कहा, वह अध्यक्ष की कुर्सी के लिए एकदम फिट हैं और उनकी जिम्मेदारी सदन की कार्यवाही के संचालन को देखना है. मुझे यकीन है कि वह बनकर इसे बेहतरीन तरीके से करने में सक्षम होंगे. विपक्ष के नेता सतीसन ने कहा कि राजेश का एक दशक तक लोकसभा सांसद रहने का अनुभव निश्चित रूप से सदन के संचालन में उनकी मदद करेगा और विपक्ष का पूरा समर्थन करने का वादा किया. कई अन्य नेताओं ने भी राजेश की जीत की सराहना की और अपने जवाब में नए अध्यक्ष ने कहा कि उनका मानना है कि राज्य के विभिन्न मुद्दों का समाधान खोजने के लिए सभी सदस्य सहयोग करेंगे.
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HIGHLIGHTS
- वोटों की गिनती के बाद राजेश को 96 और विष्णुनाथ को 40 वोट मिले.
- मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने भाषण में राजेश को बधाई दी
- कांग्रेस विधायक पी.सी. विष्णुनाथ को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने खड़ा किया था
Source : IANS