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NSG के ग्रुप कमांडर को दिल्ली में नहीं नसीब हुआ ICU बेड, हुई मौत

एनएसजी के ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा की बुधवार को इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई है. बीरेंद्र कुमार झा पिछले काफी समय से बीमार थे और उनका इलाज नोएडा के रेफरल हॉस्पिटल में किया जा रहा था.

Updated on: 05 May 2021, 07:00 PM

highlights

  • रात भर ICU की तलाश में भटकते रहे
  • कोरोना से संक्रमित थे NSG कमांडर बीरेंद्र कुमार झा
  • नोएडा के अस्पताल में चल रहा था इलाज

नई दिल्ली:

दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. हर रोज हजारों नए मरीज आने से अस्पतालों में बेड्स और ऑक्सीजन की काफी किल्लत सामने आ रही है. अस्पतालों में बेड्स की कमी के चलते देश के एक एनएसजी कमांडर का निधन हो गया है. जानकारी के मुताबिक NSG के ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा को दिल्ली में तत्काल प्रभाव से आईसीयू बेड न मिलने के चलते उनकी मौत हो गई. बताया गया है कि बीरेंद्र कुमार झा 22 अप्रैल को अर्धसैनिक बल के रेफरल हॉस्पिटल नोएडा में कोरोना से संक्रमित होने के चलते भर्ती हुए थे.

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नोएडा के रेफरल हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज

एनएसजी के ग्रुप कमांडर बीरेंद्र कुमार झा की बुधवार को इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई है. बीरेंद्र कुमार झा पिछले काफी समय से बीमार थे और उनका इलाज नोएडा के रेफरल हॉस्पिटल में किया जा रहा था. लेकिन हालत खराब होने के कारण उनको दिल्ली में अस्पताल में रेफर किया जाने लगा. जहां रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया है. उनकी मौत की खबर सुनने के बाद एनएसजी ग्रुप में दुःख की लहर दौड़ पड़ी है.  

कोरोना के कारण तेजी से गिर गया ऑक्सीजन लेवल

जानकारी के अनुसार कमांडर बीरेंद्र कुमार झा की कुछ समय पिछले तबीयत खराब हुई थी. उनमें कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी. जिसके बाद उनको नोएडा के अर्धसैनिक बल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनका इलाज किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि 4 अप्रैल की शाम को उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई. जिसके बाद उनको नोएडा से दिल्ली में रेफर किया जाने लगा. उनका ऑक्सीजन लेवल एकदम नीचे जाने लगा था.

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रात भर ICU की तलाश में भटकते रहे

करीब रात 11:00 बजे मैक्स सुखदेव बिहार में उनको ले जाया गया, वहां भी  बेड ना होने की वजह से NSG के ग्रुप कमांडर को एस्कॉर्ट फॉर्टिस दिल्ली में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया, लेकिन उनकी स्थिति इतनी ज्यादा क्रिटिकल थी कि वहां पहुंचते-पहुंचते उनकी डेथ हो गई.