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कोविड-19( Photo Credit : फाइल)
केरल में मंगलवार को कोविड-19 से दूसरी मौत हो गई और संक्रमण के सात नए मामले दर्ज किये गये जिसके बाद राज्य में इस विषाणु से संक्रमित लोगों की संख्या 215 हो गई है. राज्य सरकार ने महामारी से सर्वाधिक प्रभावित जिले कासरगोड के लिए एक विशेष कार्य योजना की घोषणा की है जिसके तहत जिले में बुखार से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी. राज्य में मंगलवार को चार लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यहां पत्रकारों को बताया कि कासरगोड और तिरुवनंतपुरम में दो मामले दर्ज किए गए हैं जबकि कोल्लम, त्रिशूर और कन्नूर में संक्रमण का एक-एक मामला सामने आया है.
उन्होंने बताया कि केरल में कम से कम 1.63 लाख लोग निगरानी में है जिनमें से 658 लोग विभिन्न अस्पतालों में है. उन्होंने कहा, केरल में कम से कम 1,63,129 लोगों पर निगरानी रखी जा रही है जिसमें से 658 लोग विभिन्न अस्पतालों के पृथक वार्ड में रखे गए हैं. कुल 7,485 नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है. विजयन ने बताया कि कासरगोड में संक्रमण के 99 मामलों की पुष्टि हुई है जो राज्य में सर्वाधिक है इसलिए इस जिले के लिए अलग से एक कार्य योजना बनाई गई है.
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उन्होंने कहा, कासरगोड जिले के लिए एक अलग कार्ययोजना बनाई गई है. पंचायत स्तर के अधिकारी उन लोगों की सूची बनाएंगे जिन्हें बुखार और सर्दी जुकाम की शिकायत है. सूची की निगरानी स्वास्थ्य विभाग करेगा. वहां स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में नमूनों की जांच की अनुमति मिल गई है. हम और नमूनों की वहीं जांच करेंगे. इसी बीच यूरोपीय संघ के सदस्य देशों से केरल आए 232 पर्यटकों के जत्थे को मंगलवार को एअर इंडिया के विशेष विमान से फ्रैंकफर्ट रवाना कर दिया गया.
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इनमें से अधिकांश जर्मन नागरिक हैं. पर्यटकों को लॉकडाउन के दौरान केरल में रखा गया था. केरल के पर्यटन मंत्री के. सुरेंद्रन ने कहा, हमें खुशी है कि राज्य में सुखद प्रवास के बाद विदेशी पर्यटक अपने घर लौट गए. तेरह जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ठहरे पर्यटकों को एकत्र करना कठिन काम था. उनके प्रवास के दौरान उन्हें कोई दिक्कत न हो इसके लिए पूरी सावधानी बरती गई थी. विशेष विमान से रवाना किए गए सभी पर्यटकों को 14 दिन के लिए पृथक रखा गया था और उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं थे.