Coronavirus (Covid-19): 'स्वस्थ वायु' की निगरानी में रहेंगे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज
Coronavirus (Covid-19): NAL ने कहा है कि उसने मात्र 36 दिन में कोविड-19 (Coronavirus Epidemic) के मरीजों के उपचार के लिए एक विशेष बीआईपीएपी वेंटिलेटर (BIPAP Ventilator) विकसित किया है.
बेंगलुरु:
Coronavirus (Covid-19): राष्ट्रीय वांतरिक्ष प्रयोगशाला (National Aerospace Laboratories-NAL) ने कहा है कि उसने मात्र 36 दिन में कोविड-19 (Coronavirus Epidemic) के मरीजों के उपचार के लिए एक विशेष बीआईपीएपी वेंटिलेटर (BIPAP Ventilator) विकसित किया है. वेंटिलेटर का नाम 'स्वस्थ वायु' (SwasthVayu) रखा गया है और यह लॉकडाउन के दौरान एनएएल के वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य कर्मियों और तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा की गई मेहनत का परिणाम है.
‘वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद’ (सीएसआईआर-CSIR) की प्रमुख वांतरिक्ष प्रयोगशाला ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस उपकरण का आसानी से प्रयोग किया जा सकता है और इसके लिए किसी विशेषज्ञता की जरूरत नहीं है. विज्ञप्ति में कहा गया कि उपकरण सस्ता और सुगठित है और इसके ज्यादातर कलपुर्जे स्वदेशी हैं. वर्तमान भारतीय परिप्रेक्ष्य में यह वेंटिलेटर अस्पतालों के वार्ड, डिस्पेंसरी और घरों में भी कोविड-19 (Coronavirus Lockdown) के मरीजों का उपचार करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है.
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सीएसआईआर-एनएएल को नियामक अधिकारियों से उपकरण को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इसके अतिरिक्त वृहद स्तर पर उत्पादन के लिए सार्वजनिक और निजी उद्योगों से भी बात की जा रही है. सीएसआईआर-एनएएल के निदेशक जितेंद्र जाधव ने कहा कि वैश्विक अनुभव और भारत तथा विदेश के श्वास रोग विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी के आधार पर प्रयोगशाला ने बीईपीएपी ‘नॉन इनवेसिव’ वेंटिलेटर का निर्माण किया है.
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