logo-image

राजस्थान में जांच की गति धीमी, क्या थर्ड स्टेज में कोरोना को जाने से रोक पाएंगे हम

राजस्थान में कोरोना का कहर जारी है. मगर चिंता की बात ये है कि यहां सैंपलिंग की रफ्तार बहुत धीमी है. राजस्थान में पिछले 33 दिन से लगातार कोरोना पॉजिटिव लोग सामने आ रहे हैं.

Updated on: 04 Apr 2020, 10:05 PM

जयपुर:

राजस्थान में कोरोना का कहर जारी है. मगर चिंता की बात ये है कि यहां सैंपलिंग की रफ्तार बहुत धीमी है. राजस्थान में पिछले 33 दिन से लगातार कोरोना पॉजिटिव लोग सामने आ रहे हैं. मगर 7.5 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में इन 33 दिन में लगभग 9 हजार सैंपल की ही टेस्टिंग हुई है. जबकि 5.1 करोड़ की आबादी वाले दक्षिणी कोरिया ने 4.31 लाख जांच की है. कोरोना की जांचों के मामले में दक्षिणी कोरिया बेस्ट मॉडल देश के रूप में आया है.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे बोले- 'लॉकडाउन हटेगा या नहीं, यह लोगों पर निर्भर करेगा'

जिसने शुरू से प्रति मिलियन आबादी सैंपल बढ़ाकर मात्र 68 दिन में ही कोरोना पर काबू पा लिया. राजस्थान में अब तक सिर्फ 8865 जांचें हुई हैं. यानी हर रोज सिर्फ 1050 सैंपल लिए गए. चिंताजनक बात ये है कि यहां कोरोना के नए मरीज बढ़ने की रफ्तार दिनों दिन तेज ही हो रही है. हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि राजस्थान और देश मे सोशल डिस्टेनसिंग का ध्यान इन देशों की बजाय अधिक रखा जा रहा है. जिसके कारण यहां मामले कम हैं.

यह भी पढ़ें- आगरा में अब तक 31 जमातियों को कोरोना पॉजिटिव, प्रशासन में मचा हड़कंप

कम जांचों के दुष्परिणाम का सबसे ताजा उदाहरण अमेरिका है. यूएस ने शुरुआत में सिर्फ 300 से 500 जांचें करके कोरोना को पैर पसारने का मौका दिया. नतीजा ये हुआ कि अब वहां संक्रमितों की संख्या चीन से भी कहीं ज्यादा हो चुकी है.

जबकि डब्ल्यूएचओ भी चेतावनी दे चुका है कि सभी देश जांचों की संख्या तेजी से बढ़ाएं ताकि कोरोना पर नियंत्रण किया जा सके. आबादी के अनुसार कोविड-19 वायरस की टेस्टिंग सुविधा के लिहाज से देखें तो हम दक्षिण कोरिया, जर्मनी इटली से बहुत पीछे हैं. इस दिशा में राज्य सरकार को जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है.

रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किट तक नहीं

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की अंतरिम एडवाइजरी में भी कहा गया है कि देश के करीब 20 हॉटस्पॉट में एक-एक व्यक्ति का रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट कराया जाना चाहिए. राजस्थान में जयपुर और भीलवाड़ा कोरोना के हॉटस्पॉट में शामिल हैं. इन दोनों जगह ही अब तक कुल 79 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. इस हिसाब से यहां कि कुल 68 लाख की आबादी का रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किया जाना चाहिए.

यह भी पढ़ें- तबीलीग जमात के कारण बढ़े कोरोना मामले, 24 घंटे में 601 केस आए सामने: स्वास्थ्य मंत्रालय

इस टेस्ट में 30 मिनट में ही रिपोर्ट आ जाती है कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं. चिंताजनक यह है कि पूरे प्रदेश में ऐसी एक भी किट नहीं है. मौजूदा टेस्ट में रिपोर्ट मिलने में 8 से 10 घंटे लगते हैं. राजस्थान में प्रतिदिन औसतन 550 से 1050 जांचें ही हो रही हैं. राजस्थान में अब तक कुल 11,136 जांचें की गईं. यह प्रति 10 लाख में 118 है.