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प्रतीकात्मक फोटो।( Photo Credit : फाइल फोटो)
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद हटेगा या नहीं, यह लोगों द्वारा सरकारी निर्देशों के अनुपालन पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक, धार्मिक या खेलकूद से जुड़े कार्यक्रमों की अगले नोटिस तक इजाजत नहीं होगी ताकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लोगों का आपस में मिलना-जुलना न हो. मुख्यमंत्री ने उन लोगों को भी कड़ी कार्रवाई चेतावनी दी जो सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी संदेश फैलाते हैं.
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उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस कारण से कोरोना वायरस फैला हमने उसे महाराष्ट्र में नहीं होने दिया. तबलीगी जमात को पहले अनुमति मिली थी. लेकिन हालात को देखते हुए आदेश रद्द कर दिया गया. महाराष्ट्र से जो लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे उन सभी को खोज निकाला गया है.
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ठाकरे ने आगे कहा कि कोरोना वायरस की तरह ही देश में सांप्रदायिकता का वायरस भी फैला हुआ है. जो लोग भी सांप्रदायिकता फैलाने वाले मैसेज या वीडियो फॉरवर्ड कर रहे हैं उन पर कार्रवाई होगी. इन्हें समझना चाहिए कि कोरोना वायरस धर्म देख कर किसी को अपनी चपेट में नहीं लेता.
(इनपुट-भाषा)
Source : News Nation Bureau
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