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चीन के वीटो ने मोस्ट वांटेड आतंकी को बचाया, 26 /11 हमले को दिया था अंजाम 

यह प्रस्ताव पारित होता है तो साजिद मीर की संपत्ति को जब्त कर लिया जाता. इसके उसका खुलेआम घूमने पर बैन लग जाता

Updated on: 21 Jun 2023, 03:07 AM

highlights

  • मीर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में गिना जाता है
  • पाकिस्‍तान पहले से ही इस तरह का दावा करता रहा है कि साजिद मीर मर चुका है

नई दिल्ली:

चीन ने दोबारा यूएन में भारत को करारा झटका दिया है. 26/ 11 हमले को अंजाम देने के वाले आतंकी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की भारत कोशिशों को बेकार कर दिया है. यूएन में अमेरिका यह प्रस्ताव लेकर आया था. इस पर भारत ने साथ दिया थ्ज्ञा. उसे संयुक्त राष्ट्र की 1267 अल कायदा सेक्शन कमेटी के तहत अंतरराष्‍ट्रीय आतंकवादी बनाने का प्रस्ताव सामने रखा गया था. इसे चीन खारिज कर दिया. अगर यह प्रस्ताव पारित होता है तो साजिद मीर की संपत्ति को जब्त कर लिया जाता. इसके उसका खुलेआम घूमने पर बैन लग जाता. गौरतलब है कि चीन ने यूएन में लश्कर ए तैयबा के साजिद मीर को ग्लोबल आतंकवादी घोषित करने के प्रस्‍ताव को रोक दिया है.

इस प्रस्‍ताव पर चीन ने वीटों लगा दिया है.  मीर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में गिने जाता है. वह 2611 हमले का आरोपी भी है. अमेरिका की सरकार ने उस पर 50 लाख डॉलर का इनाम तय किया है. इस माह पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक कोर्ट ने साजिद मीर को टेरर फाइनेंसिंग से जुड़े मामले में 15 साल कैद की सजा को तय किया था. 

पाकिस्‍तान पहले से ही इस तरह का दावा करता रहा है कि साजिद मीर मर चुका है। मगर पश्चिमी देशों को उसकी बात पर विश्वास नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान को इस बात का सबूत देने को कहा।  इस मुद्दे के कारण अंतरराष्ट्रीय संस्था की ग्रेर लिस्ट से बाहर निकलने की कवायद में पाकिस्तान जुटा हुआ था। 

यूएस का स्‍टेट डिपार्टमेंट यह कह चुका है कि साजिद मीर लश्‍कर.ए.तैयबा के लिए आतंकियों को तैयार करता है। वह हमलों का ऑपरेटिव मैनेजर है। वह योजना के साथ हर तरह की तैयारी भी करता है।  चीन अपने सच्‍चे दोस्‍त पाकिस्‍तान को हर बार की तरह  इस मामले में समर्थन दे रहा है।