logo-image

Chakka Jam : बिहार में नहीं दिखा चक्का जाम का असर, जानें कहां है असर

संयुक्त किसान मोर्चा ने इस आंदोलन के अंतर्गत शनिवार, 6 फरवरी को देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का आह्वान किया है. खबर लिखे जाने तक देश के कई राज्यों में चक्का जाम लागू हो चुका है.

Updated on: 06 Feb 2021, 02:50 PM

highlights

  • बिहार में नहीं दिखा चक्का जाम का असर
  • यूपी और उत्तराखंड में भी नहीं दिखा असर
  • दिल्ली में उपद्रवियों से निपटने की है पूरी तैयारी

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में बैठे किसानों का आज 73वां दिन है. राजधानी दिल्ली के अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. संयुक्त किसान मोर्चा ने इस आंदोलन के अंतर्गत शनिवार, 6 फरवरी को देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का आह्वान किया है. खबर लिखे जाने तक देश के कई राज्यों में चक्का जाम लागू हो चुका था और उसका असर भी साफ दिखाई देने लगा था लेकिन बिहार में मामला शांत है और शांति व्यवस्था बहाल है वहां पर चक्का जाम को लेकर कोई उपद्रव नहीं है. सड़कों पर आवागमन जारी है. 

आपको बता दें कि बिहार के किसानों का इस चक्का जाम पर अलग ही रुख है. दिल्‍ली, पंजाब और हरि‍याणा के आसपास चल रहे किसान आंदोलन के प्रति बिहार के किसान ज्‍यादातर उदासीन हैं. यही वो वजह है कि इस देशव्यापी चक्का जाम भी बिहार पर असरदार नहीं है. हालांकि महागठबंधन में शामिल राष्‍ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीआइ एमएल और सीपीआइ जैसी पार्टियों ने चक्‍का जाम को समर्थन देने की बात कही थी लेकिन राज्य में इंटर मीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए महागठबंधन ने दोपहर एक बजे से अलग-अलग हिस्‍सों में एक से दो घंटे के लिए चक्‍का जाम करने की बात कही.

यह भी पढ़ेंःचक्का जाम: किसानों का सामान्य रूप से प्रदर्शन जारी, जानें कहां क्या असर

महागठबंधन ने किया था किसान आंदोलन का समर्थन, बनाई थी मानव श्रंखला
आपको बता दें कि 30 जनवरी को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में एक मानव श्रंखला बनाई थी.  इसके पहले पटना में महागठबंधन की बैठक हुई थी, जिसमें मानव श्रृंखला की तैयारियों पर चर्चा की गई. इस दौरान बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आज सभी महागठबंधन के नेता की बैठक हुई थी जिसमें महागठबंधन के नेताओं ने कहा था कि हम किसान आंदोलन के पक्ष में मजबूती से खड़े हैं.

यह भी पढ़ेंःGujarat High Court के कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी, न्यायपालिका ने समाज को मजबूत किया

जीतनराम मांझी ने दी थी ये प्रतिक्रिया
महागठबंधन के मानव श्रृंखला पर बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी पतिक्रिया दी है. जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर कहा है कि नौकरी और टिकट के लिए जिन नेताओं ने किसानों से ज़मीन लिखवाई है, अगर उनसे किसानों की ज़मीन महागठबंधन के लोग वापिस करवा दें तो मैं भी मानव श्रृंखला में शामिल होने पर विचार कर सकता हूं.

यह भी पढ़ेंःहमारा जस्टिस सिस्टम ऐसा हो, जहां समय से न्याय की गारंटी हो : पीएम मोदी

यूपी में नहीं हो रहा चक्का जाम
किसान आंदोलन के समर्थन में आज देशभर में किसान संगठन चक्का जाम कर रहे हैं. वही उत्तर प्रदेश ने किसान यूनियन ने चक्का जाम न करने का फैसला किया है. हालांकि आज प्रदेश के सभी ज़िलों में किसान यूनियन सरकार को ज्ञापन सौंप कृषि कानूनों को वापस करने की मांग करेगा. लखनऊ में भी किसान यूनियन ने ज्ञापन सौंप कानून को वापस लेने की मांग की है.

यह भी पढ़ेंःदिल्ली में नहीं होगा चक्का जाम, किसी भी प्रोटेस्ट की इजाजत नहीं: दिल्ली पुलिस

दिल्ली-NCR में जानें किसानों का चक्का जाम
हरियाणा के जींद में किसानों ने चक्का जाम किया हुआ है लेकिन इमरजेंसी सर्विस को अलाउड किया गया है. किसानों ने एक एंबुलेंस को निकलवाया है. दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन बंद किए गए किसानों के विरोध में चक्का जाम करने का फैसला किया है. वहीं चक्का जाम के चलते दिल्ली में ईस्टर्न पोरफेरल हाईवे किसानों ने पूरी तरह से बंद कर दिया है. उन्होंने पूरे रोड पर ट्रैक्टर खड़ेकरके जाम लगा दिया है.