Video: 21-22 अक्टूबर को दागी गईं दो ब्रह्मोस मिसाइलें, जानें इसके पीछे की वजह

अंडमान निकोबार में सतह से सतह पर मार करने वाली दो ब्रह्मोस मिसाइलें दागी गई हैं.

अंडमान निकोबार में सतह से सतह पर मार करने वाली दो ब्रह्मोस मिसाइलें दागी गई हैं.

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Deepak Pandey
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दो ब्रह्मोस मिसाइल( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

अंडमान निकोबार में सतह से सतह पर मार करने वाली दो ब्रह्मोस मिसाइलें दागी गई हैं. इंडियन एयरफोर्स की ओर से 21 और 22 अक्टूबर को अंडमान निकोबार द्वीप समूह के ट्रैक द्वीप में ये मिसाइलें दागी गईं. दोनों मिसाइलों ने 300 किलोमीटर दूर निशाने पर सटीक वार किया और उसे ध्वस्त कर दिया.

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ये दोनों मिसाइलें की टेस्टिंग रूटीन ऑपरेश्नल ट्रेनिंग का हिस्सा है, जिसे एयरफोर्स की ओर से नियमित समय पर किया जाता है. जमीन से जमीन पर हमला करने वाली दो ब्रह्मोस मिसाइलों को अब छोटे प्लैटफॉर्म से लॉन्च करने के बावजूद दूर स्थित लक्ष्य पर भी एकदम सटीक निशाना लगाया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक, वायुसेना ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह के ट्राक द्वीप से इन दो मिसाइलों को दो दिनों के भीतर फायर किया है.

रूटीन ऑपरेशनल ट्रेनिंग के लिए फायर की गईं इन मिसाइलों ने अपने लक्ष्य को एकदम सटीक ध्वस्त किया. बता दें कि ब्रह्मोस मीडियम रेंज की एक ऐसी सुपरसोनिक मिसाइल है, जिसे किसी एयरक्राफ्ट, शिप या छोटे प्लैटफॉर्म से भी दागा जा सकता है. इससे पहले 30 सितंबर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा तट से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया.

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डीआरडीओ (DRDO) ने आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में फायरिंग रेंज से मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम का भी सफल परीक्षण किया था.

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