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बीजेपी का 'मिशन बंगाल', चुनाव समाप्ति तक शाह और नड्डा करेंगे ये काम

बिहार में जीत के बाद उत्साह से लबरेज भारतीय जनता पार्टी अब 'मिशन बंगाल' को अंजाम पहुंचाने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही है.

Updated on: 18 Nov 2020, 03:53 PM

कोलकाता:

बिहार में जीत के बाद उत्साह से लबरेज भारतीय जनता पार्टी अब 'मिशन बंगाल' को अंजाम पहुंचाने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही है. पश्चिम बंगाल में 2021 के मध्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, मगर बीजेपी महीनों पहले से ही तैयारियों में जोरों-शोरों में लग गई है. बीजेपी का लक्ष्य इस बार ममता बनर्जी के किले में सेंध लगाकर सत्ता की कुर्सी तक पहुंचना है. उस पूरे मिशन का जिम्मा केंद्रीय गृह मंत्री और राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह व पार्टी के मुखिया जेपी नड्डा के कंधों पर रहेगा. जिसके तहत शाह और नड्डा प्रदेश में विधानसभा चुनाव समाप्त होने तक प्रत्येक महीने राज्य का दौरा करेंगे.

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भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि दोनों नेता चुनाव से पहले हर महीने पार्टी संगठन का जायजा लेने के लिए अलग अलग राज्य का दौरा करेंगे. घोष ने कहा, 'अमित शाह और जेपी नड्डा विधानसभा चुनाव समाप्त होने तक हर महीने अलग अलग राज्य के दौरे पर आएंगे. हालांकि तारीखों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. उनके नियमित दौरों से पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्द्धन होगा.'

उधर, पार्टी सूत्रों ने बताया कि अमित शाह के हर महीने लगातार दो दिन दौरा करने की संभावना है जबकि नड्डा की यात्रा तीन दिवसीय होगी. पार्टी सूत्रों ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने प्रदेश को 5 संगठनात्मक क्षेत्रों में विभाजित किया है और केंद्रीय नेताओं को उनका प्रभारी नियुक्त किया है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं (सुनील देवधर, विनोद तावड़े, दुष्यंत गौतम, हरीश द्विवेदी एवं विनोद सोनकर) को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उत्तर बंगाल, रढ़ बंगा(दक्षिण पश्चिम जिलों), नबाद्वीप, मिदनापुर, एवं कोलकाता संगठनात्मक क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया है.

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देवधर, तावड़े एवं सोनकर के संभवत: आज अपने संबंधित क्षेत्र में बैठक करने का कार्यक्रम है. पश्चिम बंगाल में सीमित उपस्थिति के बावजूद पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीट जीतकर बीजेपी राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी थी और अब विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने पूरा प्लान बनाया है. उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं.