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पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज देशव्यापी धरना-प्रदर्शन करेगी बीजेपी

भारतीय जनता पार्टी बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज देशभर में धरना-प्रदर्शन करेगी. हालात का जायजा लेने के लिए खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोलकाता पहुंच चुके हैं.

Updated on: 05 May 2021, 07:06 AM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का दौर
  • चुनाव नतीजों के बाद से खूनी खेल जारी
  • हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन करेगी बीजेपी

नई दिल्ली/कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत के बाद राज्य में राजनीतिक हिंसा का दौर चल पड़ा है. पिछले दो दिनों में लगातार बंगाल में खूनी खेल देखने को मिला है. चुनाव नतीजों के बाद से कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है और कई घायल हो गए. कई लोगों के घरों में लूटपाट की गई है तो कुछ जगहों पर घरों और दुकानों को फूंक दिया गया है. मरने वाले और आगजनी के पीड़ित लोग बीजेपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं तो राज्य में हिंसा और आगजनी करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगे हैं. इन रक्तरंजित घटनाओं की देशभर में निंदा की जा रही है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज देशभर में धरना-प्रदर्शन करेगी.

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बंगाल में चल रही राजनीतिक हिंसा के तांडव के मद्देनजर हालात का जायजा लेने के लिए खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोलकाता पहुंच चुके हैं. जेपी नड्डा आज हिंसा के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी करेंगे. जेपी नड्डा मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचे हैं, जहां वह हिंसा प्रभावित कार्यकर्ताओं और उनके परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं. मंगलवार को जेपी नड्डा बंगाल में हिंसा के पीड़ित बीजेपी कार्यकर्ता के दक्षिणी 24-परगना आवास पर गए और उनके परिजन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

नड्डा ने कहा कि बंगाल चुनाव के परिणाम आने के बाद से जिस तरह की घटनाएं बंगाल में हो रही है, वो चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि भारत विभाजन के समय हमने ऐसी घटनाओं के बारे में सुना था. स्वतंत्र भारत में किसी भी राज्य के चुनाव नतीजों के बाद इस तरह की घटना और असहिष्णुता नहीं देखी थी. नड्डा ने बंगाल हिंसा पर कहा कि ममता बंगाली संस्कृति की नहीं, बल्कि असहिष्णुता का चेहरा हैं. उन्होंने कहा कि इस वैचारिक लड़ाई और TMC की गतिविधियों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो असहिष्णुता से भरी है.

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उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर चिंता और दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन करके कानून और व्यवस्था कि स्थिति पर चिंता और दुख व्यक्त किया और उनसे कानून एवं व्यवस्था बहाल करने को भी कहा. धनखड़ ने एक ट्वीट में बताया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें राज्य में खतरनाक चिंताजनक कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए फोन किया था, जहां वोटिंग के दौरान विधानसभा चुनाव के रुझानों और परिणामों के समय रविवार शाम को कई हिस्सों में हिंसा देखने को मिली थी. बंगाल के कई हिस्सों में आगजनी और हिंसा की खबरें सामने आने के बाद मोदी ने राज्यपाल धनखड़ से बात की.

बता दें कि बंगाल में चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को भी कई हिस्सों से हिंसा की खबरें सामने आईं. बर्दवान में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई, इस दौरान एक महिला समेत तीन लोग मारे गए. बताया जाता है कि इस दौरान दोनों ओर से जमकर हमले किए गए, जिसमें 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए. सीतलकुची में बीजेपी कार्यकर्ता मिंटू बर्मन पर तेज हथियार से हमला किया गया. बीजेपी कार्यकर्ता की हालत गंभीर बनी हुई है. उत्तर दिनाजपुर के चोपरा में बीजेपी के कार्यकर्ता के घर में आग लगा दी गई.

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लेकिन सोमवार को इससे भी बुरी स्थिति देखने को मिली थी. चुनाव परिणाम आने के 24 घंटे के भीतर बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या कर दी गई थी. कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए. पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के घर और दुकान तक जला दिए गए. बताया जाता है कि अब तक बीजेपी के 10 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को मार दिया गया है. इसके खौफ से बंगाल से बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पलायन भी शुरू कर दिया है. मंगलवार को असम के मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल में अपने घरों से भागकर करीब 300-400 भाजपा कार्यकर्ताओं ने असम में प्रवेश किया है.