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चीनी दूतावास की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए भारतीय नेताओं पर भाजपा ने साधा निशाना

बीजेपी के राज्यसभा सांसद विकास महात्मे ने लेफ्ट पर हमलावर होते हुए ये कह दिया कि वाम दलों के नेताओं का चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बुलाई गई बैठक में बोलना उचित नहीं है.

Updated on: 30 Jul 2021, 12:06 AM

highlights

  • चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल पूरे होने पर चीन दुनिया भर में सेमिनार और गोष्ठी करवा रहा है
  • चीनी दूतावास की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में इन भारतीय नेताओं के शामिल करने पर भाजपा ने इन्हें आड़े हाथों लिया
  • बैठक में हिस्सा लेने वाले सीपीआई के जन सेक्रेट्री डी राजा ने बीजेपी के आरोपों पर ही पलटवार किया

नई दिल्ली:

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) के 100 साल होने के मौक पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीपीआईएम प्रमुख सीताराम येचुरी, सीपीआई के नेता डी राजा, लोकसभा सासांद एस सेंथिलकुमार, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक की सेंट्रल कमेटी के सेक्रेटरी जी देवाराजन ने शिरकत की. बीजेपी के राज्यसभा सांसद विकास महात्मे ने लेफ्ट पर हमलावर होते हुए ये कह दिया कि वाम दलों के नेताओं का चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बुलाई गई बैठक में बोलना उचित नहीं है. वही बीजेपी नेता आशीष सूद ने कहा कि ये अपना राजनीतिक रिलेवेंट बनाने के लिए जश्न मनाने से चूकते नहीं हैं.

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दरअसल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल पूरे होने पर चीन दुनिया भर में सेमिनार और गोष्ठी करवा रहा है. इसी के मद्देनजर भारत में चीनी राजदूत ने भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया. ये एक ऑनलाइन मीटिंग थी और इसमें सीताराम येचुरी, डी राजा सहित कई लेफ़्ट राजनैतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक में हिस्सा लेने वाले सीपीआई के जन सेक्रेट्री डी राजा ने बीजेपी के आरोपों पर ही पलटवार कर के उनसे ही सवाल पूछ डाले. डी राजा ने कहा कि भारत सरकार क्यों शंघाई कॉर्पोरेशन में हिस्सा ले रही है, इसका तो मुख्यालय ही शंघाई में है. ब्रिक्स में भी चीन और भारत का हिस्सा है. भारत और चीन क्यों एक साथ काम कर रहे हैं यही नहीं सीमा विवाद पर दोनों देश बात कर रहे हैं. क्या उन्होंने बातचीत रोकी है. क्यों वो इसे मुद्दा बना रहे हैं. क्योंकि उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है और इसी लिए वो लोगो का ध्यान बंटा रहे हैं.

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डी राजा ने कहा हमारे अलावा सीपीएम, फार्वर्ड ब्लॉक, डीएमके और कई अन्य पार्टियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. ज़ूम मीटिंग में चीन के राजदूत ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास के बारे में बताया हमने उन्हें सुना हमने चीन के लोगों को शुभकामनाएं दी. बहरहाल राजनीतिक बहस अब इस मुद्दे पर शुरू हो गई है और भारत और चीन के बीच पिछले एक साल से चल रहे सीमा विवाद पर सरकार के रुख को लेकर विपक्ष पहले से ही हमलावर है. ऐसे में अब मीटिंग में हिस्सा लेने पर बीजेपी लेफ्ट हमलावर है.