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सुब्रमण्यम स्वामी ने दी सरकार को ये सलाह( Photo Credit : फाइल फोटो)
गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से ही तनावपूर्ण स्थिति जारी है. इस बीच बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार सेना को खास सलाह दी है. उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में बातचीत का कोई फायदा नहीं है. दरअसल उन्होंने हाल ही में एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई 18 बैठकों के बाद भी जब चीन इतना आकरात्म रूप अख्तियार किए हुए हैं तो नौकरशाहों ही घंटों चल रही बैठकों का क्या नतीजा निकलेगा. उन्होंने कहा, एनएसए अजित डोभाल और वांग के बीच हो रही घंटों-घंटों की बैठकों का कारण पीएम मोदी की बोल्डनेस को दिया जा रहा है, जबकि ऐसे समय में बातचीत कोई समाधान नहीं है.
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Media willingly or brain dead are announcing hour by hour meetings of Doval with Wang, and connecting it to what PM's boldness has achieved. Talks are a waste of time in such matters. If 18 meetings of PM with Xi produced China aggression, hourly meeting of bureaucrats is zilch.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 7, 2020
बता दें, ये पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने इस तरह का बयान दिया हो. इससे पहले भी वह चीन विवाद को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोल चुके हैं. इससे पहले स्वामी ने कहा था कि ऐसी खबरें आ रही है कि चीन ने भारत के साथ पिछले साल हुए डोकलाम समझौते को रद्द कर दिया है. ऐसे में सच्चाई क्या है इस केंद्र सरकार को साफ करना चाहिए.
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स्वामी ने ट्वीट किया कि न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे अमेरिकी मीडिया स्रोतों का कहना है कि चीन ने पिछले साल डोकलाम पर भारत के साथ किए गए समझौते को खत्म कर दिया है, जिस पर भारत ने 'जीत' के रूप में दावा किया था कि चीन भूटान से अपना सैन्य वापस ले रहा है. अब सूत्रों का कहना है कि चीनी पीएलए ने डोकलाम में फिर से प्रवेश किया है. विदेश मंत्रालय को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.