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बिहार में बाढ़ से हाहाकार, अबतक 514 लोगों की मौत, 24 घंटे में 32 ने तोड़ा दम

बिहार में बाढ़ ने बीते महीने से भीषण तबाही मचा रखी है। अब भी कई जिलों में बाढ़ का पानी बह रहा है।

Updated on: 28 Aug 2017, 09:52 PM

highlights

  • बिहार में बाढ़ से हाहाकार, अबतक 514 लोगों की मौत
  • बाढ़ से अबतक 1.71 करोड़ लोग प्रभावित, 24 घंटे में 32 लोगों की मौत

नई दिल्ली:

बिहार में बाढ़ ने बीते महीने से भीषण तबाही मचा रखी है। अब भी कई जिलों में बाढ़ का पानी बह रहा है। राज्य में बाढ़ से अबतक 1.71 करोड़ से ज्यादा की आबादी प्रभावित है।

बिहार में बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा हर दिन बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान बाढ़ की चपेट में आने से 32 लोगों की मौत हो गई। राज्य में बाढ़ से अबतक कुल 514 लोगों की जान जा चुकी है।

सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और कई आवश्यक निर्देश दिए। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, 'बाढ़ग्रस्त जिलों के प्रभावित इलाकों से अब बाढ़ का पानी उतर रहा है, लेकिन अभी भी राज्य के 19 जिलों के 187 प्रखंडों की 1.71 करोड़ से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।'

गौरतलब है कि 26 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया था। दौरे के बाद पीएम ने बिहार को तत्काल 500 करोड़ रुपये मदद देने का ऐलान किया था।

आपदा प्रबंधन विभाग के जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बिहार के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान बाढ़ से 32 लोगों की मौत हुई है, जिस कारण बाढ़ से मरने वालों की संख्या 514 तक पहुंच गई है।

अररिया में सबसे ज्यादा 95 लोगों की मौत हुई है, जबकि किशनगंज में 24, पूर्णिया में 44, कटिहार में 40, पूर्वी चंपारण में 32, पश्चिमी चंपारण में 42, दरभंगा में 37, मधुबनी में 28, सीतामढ़ी में 47, शिवहर में छह, सुपौल में 16, मधेपुरा में 29, गोपालगंज में 20, सहरसा में आठ, खगड़िया में 10, मुजफ्फरपुर में 21, समस्तीपुर में दो तथा सारण में 13 लोगों की मौत हुई है।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ पर बैठक के बाद कहा, 'इस बार की बाढ़ अभूतपूर्व थी। मैंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। अधिकारियों को भी निर्देश देकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कराया गया, ताकि वे स्थिति का सही आकलन कर सकें।'

बाढ़ राहत कार्य में लगे सभी लोगों के कार्यो की सराहना करते हुए नीतीश ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द नकद अनुदान उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिन बाढ़ पीड़ितों का बैंक में खाता नहीं है, उनका जल्द से जल्द बैंक खाता खुलवाया जाए, जिससे उनकी राशि खातों में हस्तांतरित की जा सके।