logo-image

भागवत के हिंदू देशभक्त बयान पर ओवैसी का तीखा हमला, सभी को लपेटा

'क्या भागवत जवाब देंगे: गांधी के हत्यारे गोडसे के बारे मे क्या कहना है? नेल्ली नरसंहार, 1984 सिख विरोधी दंगे और 2002 गुजरात नरसंहार के ज़िम्मेदार लोगों के लिए क्या कहना है?'

Updated on: 02 Jan 2021, 11:41 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के हिंदू देशभक्त बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है. ओवैसी ने भागवत के बयान को उद्धत करते हुए न सिर्फ गोडसे का उदाहरण दिया, बल्कि बातों-बातों में कांग्रेस समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला कर गए. यह बयानबाजी 'मेकिंग ऑफ ए हिंदू पैट्रियट : बैकग्राउंड ऑफ गांधीजी हिंद स्वराज' के लोकार्पण पर भागवत के बयानों से उपजी है.

यह भी पढ़ेंः मोहन भागवत बोले- कोई हिंदू भारत विरोधी नहीं हो सकता, उसे देशभक्त होना ही पड़ेगा 

भागवत ने देशभक्ति को धर्म से जोड़ा
गौरतलब है कि जेके बजाज और एमडी श्रीनिवास की लिखित पुस्तक 'मेकिंग ऑफ ए हिन्दू पैट्रियट : बैकग्राउंड आफ गांधीजी हिन्द स्वराज' का लोकार्पण करते हुए मोहन भागवत ने कहा था, 'गांधीजी ने कहा था कि मेरी देशभक्ति मेरे धर्म से निकलती है. मैं अपने धर्म को समझकर अच्छा देशभक्त बनूंगा और लोगों को भी ऐसा करने को कहूंगा. गांधीजी ने कहा था कि स्वराज को समझने के लिए स्वधर्म को समझना होगा.' स्वधर्म और देशभक्ति का जिक्र करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदू है तो उसे देशभक्त होना ही होगा क्योंकि उसके मूल में यह है. वह सोया हो सकता है जिसे जगाना होगा, लेकिन कोई हिंदू भारत विरोधी नहीं हो सकता.

यह भी पढ़ेंः लाल डायरी में लिख रहे सभी का नाम, वक्त आने पर होगा हिसाब-घोष 

ओवैसी ने गिनाया गोडसे, सिख दंगों और गुजरात नरसंहार को
मोहन भागवत के इसी बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर जोरदार हमला किया है. ओवैसी ने ट्वीट में लिखा, 'क्या भागवत जवाब देंगे: गांधी के हत्यारे गोडसे के बारे मे क्या कहना है? नेल्ली नरसंहार, 1984 सिख विरोधी दंगे और 2002 गुजरात नरसंहार के ज़िम्मेदार लोगों के लिए क्या कहना है?' ओवैसी ने अगले ट्वीट में लिखा, 'एक धर्म के अनुयायियों को अपने आप देशभक्ति का प्रमाण जारी किया जा रहा है और जबकि दूसरे को अपनी पूरी ज़िंदगी यह साबित करने में बितानी पड़ती है कि उसे यहां रहने और ख़ुद को भारतीय कहलाने का अधिकार है.'