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Owaisi का Bhagwat पर पलटवार, हम कर रहे सबसे ज्यादा कंडोम का इस्तेमाल 

मोहन भागवत ने अपने भाषण में जनसंख्या के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि जनसंख्या असंतुलन की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. 

Updated on: 09 Oct 2022, 09:03 AM

highlights

  • RSS के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर पलटवार
  • ओवैसे बोले कि मुसलमान की आबादी नहीं बढ़ रही
  • भागवत ने जनसांख्यिकी असंतुलन को लेकर बयान दिया था

नई दिल्ली:

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin owaisi) अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. इस बार उन्होंने देश में धार्मिक असंतुलन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी बढ़ नहीं रही है, बल्कि यह गिर रही है. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat)  के उस बयान पर पलटवार किया है जो उन्होंने विजयदशमी के मौके पर दिया था. मोहन भागवत ने अपने भाषण में जनसंख्या के मुद्दे को उठाने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि जनसंख्या असंतुलन की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. 

इसके जवाब में एक जनसभा के दौरान ओवैसे बोले कि मुसलमान की आबादी नहीं बढ़ रही है. असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं कि चिंता मत करो, मुस्लिम आबादी नहीं बढ़ रही है, बल्कि गिर रही है. सबसे ज्यादा कंडोम का इस्तेमाल कौन कर रहा है. हम हैं, मोहन भागवत इस पर कुछ नहीं बोलेंगे.

 

क्या कहा था संघ प्रमुख ने

भागवत ने अपने भाषण के दौरान जनसांख्यिकी असंतुलन को लेकर बयान दिया था.  उन्होंने कहा कि 75 साल बाद हमने इस बात को महसूस किया कि 21वीं सदी में तीन नए स्वतंत्र देशों का अस्तित्व विश्व में आया. ईस्ट तिमोर, दक्षिणी सुडान और कोसोवा, वे इंडोनेशिया, सुडान और सर्बिया के एक भूभाग में जनसंख्या बिगड़ने का ही परिणाम हैं.

उन्होंने कहा था कि जब-जब किसी देश में जनसांख्यिकी असंतुलन आता है तब-तब उस देश की मौगोलिक सीमाओं में बदलाव आता है. इसका कारण जन्मदर में असमानता, लालच, लोभ और देश में घुसपैठ बड़े कारण हैं. संघ प्रमुख का कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण के साथ पांथिक आधार पर जनसंख्या संतुलन बेहद अहम है. इसकी अनदेखी नहीं हो सकती है.