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ओवैसी को मोदी सरकार ने दी Z श्रेणी की सुरक्षा, ओम बिड़ला से मिलेंगे आज

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गुरुवार को हुए जानलेवा हमले के बाद मोदी सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा दे दी है.

Updated on: 04 Feb 2022, 01:00 PM

highlights

  • गुरुवार शाम दिल्ली लौटते वक्त हुआ था हमला
  • एक आरोपी गिरफ्तार हुआ, तो दूसरे का सरेंडर
  • आज इसी मसले पर मिलेंगे ओम बिड़ला से

नई दिल्ली:

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गुरुवार को हुए जानलेवा हमले के बाद मोदी सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा दे दी है. इस हमले में ओवैसी बाल-बाल बचे थे. हमलावरों की गोलियां उनकी कार में लगी थीं. इस हमले के दो आरोपियों गोतमबुद्ध नगर के सचिन और देवबंद, सहारनपुर निवासी शुभम को हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी सचिन ने कबूला है कि वह ओवैसी और उनकी पार्टी के नेताओं के भाषण से नाराज था. इसके विरोध में वह कई दिन से ओवैसी पर हमले की योजना पर काम कर रहा था. 

सचिन ने पहले की थी ओवैसी की रैकी
हापुड़ पुलिस के मुताबिक मेरठ से दिल्ली आते समय सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर शाम लगभग 5.20 बजे के आसपास दो अज्ञात लोगों ने हमला किया गया था. जांच के बाद पुलिस ने सचिन और फिर शुभम को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से असलहा और घटना में इस्तेमाल कार भी बरामद की गई. जानकारी के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी गोली कांड का मुख्य आरोपी सचिन कई दिनों से उनकी रैकी कर रहा था. वह ओवैसी की मेरठ की सभा में भी गया था. शुभम के साथ हमले के लिए काफी दिन वह अच्छे मौके की तलाश में था. उनकी योजना थी कि वह असदुद्दीन ओवैसी को मारने के बाद वह सीधे पुलिस स्टेशन जाकर सरेंडर कर देंगे, ताकि भीड़ के गुस्से से बच जाएं.

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चुनाव आयोग से करेंगे जांच की मांग
हमले के बाद असदउद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे नहीं मालूम हमलावर कौन है. मेरे बहुत से दुश्मन हैं. राज्य व केंद्र सरकार इस घटना की जांच कराए यह उनका काम है. बिना किसी तरफदारी के जांच हो, क्योंकि जब एक सांसद के ऊपर चुनाव के दौरान हमला हुआ है, तो मैं चुनाव आयोग को भी इस घटना की जांच के लिए लिखूंगा. मेरी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इसकी जांच कराई जाए, ताकि पता लग सके कि इस घटना के पीछे कौन है और क्यों यह हमला हुआ. इसी हमले के सिलसिले में ओवैसी आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी मुलाकात करने जा रहे हैं.

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यूपी में सात चरणों में हो रहे हैं चुनाव
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होंगे. यूपी में इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे. साथ ही पहले चरण की शुरूआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से होगी और धीरे-धीरे कारवां बढ़ते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश पर जाकर समाप्त होगा. यूपी में इस बार भी चुनाव पिछली बार की तरह वेस्ट यूपी से शुरू होंगे. वहीं आखिरी चरण पूर्वांचल में होगा. पहले चरण में 58 और आखिरी चरण में 64 विधानसभा सीटों में वोटिंग होगी.