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ब्लैक टॉप पोस्ट पर सेना का कब्जा, उखाड़े चीनी कैमरे और सर्विलांस सिस्टम

29-30 अगस्त की रात को चीनी सेना ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने ब्लैक टॉप पोस्ट पर कब्जा जमा लिया है. सेना ने चीनी सेना के कैमरे और सर्विलांस उपकरणों को हटा दिया है.

Updated on: 01 Sep 2020, 01:08 PM

नई दिल्ली:

चीन के इरादे फिर से उस इलाके को कब्‍जाने के थे, जो भारत की सीमा में आते हैं. पूर्वी लद्दाख में ड्रैगन के पांव पैगोंग त्‍सो के दक्षिणी किनारे तक पहुंचते, उससे पहले ही भारतीय सेना की स्‍पेशल फ्रंटियर फोर्स (SFF) ने अपना काम कर दिया. एसएफएफ ने चीनी साजिश को नाकाम करने के साथ ही ब्लैक टॉप पोस्ट पर कब्जा कर लिया है. एसएफएफ ने न सिर्फ 29-30 अगस्त की रात को चीनी सेना ने घुसपैठ की कोशिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया बल्कि ब्लैक टॉप पोस्ट पर कब्जा करने के साथ ही चीनी सेना के कैमरे और सर्विलांस उपकरणों को हटा दिया है.

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उखाड़ फेंके चीनी सेना के कैमरे
चीन ने भारत पर नजर रखने के लिए पैंगौंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित ब्लैक टॉप पोस्ट पर कैमरा और सर्विलांस सिस्टम लगाया था. इसके सहारे भारतीय सेना पर नजर रखी जाती थी. सूत्रों के मुताबिक ब्लैक टॉप पोस्ट पर कैमरा और सर्विलांस सिस्टम के लगे होने के बाद भी भारतीय सेना ने चीनी सेना को पीछे खदेड़ा और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस पोस्ट पर कब्जा कर लिया है. भारतीय सेना ने इस पोस्ट से कैमरे और सर्विलांस सिस्टम को हटा दिया है.

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ब्लैक टॉप पर नहीं था किसी देश का कब्जा
पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित एक चोटी पर कब्जे को लेकर चीनी सेना ने 29-30 अगस्त की रात घुसपैठ की कोशिश की. ब्लैक टॉप नामक यह चोटी एलएसी के इस तरफ यानी भारतीय सीमा में है. अभी तक इस चोटी पर किसी भी देश का कब्जा नहीं था. चीन इस चोटी पर कब्जा जमाने की फिराक में था. सूत्रों का कहना है कि इस चोरी पर कब्जे के साथ ही भारत ने बड़ी रणनीतिक बढ़त बना ली है.