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सेना ने नागालैंड में पकड़ा हथियार डीलर, चीन के लिए काम करने का शक

सेना ने नागालैंड में पकड़ा हथियार सप्लायर. ड्रैगन के इशारे पर काम करने का शक. सेना कर रही पूछताछ. उसके पास से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन और 60 लाइव राउंड बरामद

Updated on: 24 Aug 2020, 12:17 PM

नई दिल्ली:

चीन भारत के खिलाफ चालबाजी करने से बाज नहीं आ रहा है. ड्रैगन लगातार भारत में तनाव बढ़ाने में जुटा है. वह भारत में आशंति का कायम करना चाहता है. भारत के खिलाफ चीन जहां पाकिस्तान-नेपाल (Pakistan-Nepal) को इस्तेमाल कर रहा है. वहीं, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के उग्रवादियों को हथियार की सप्लाई कर रहा है. अभी कुछ दिन पहले ही चीन ने म्यांमार के रोहिंग्या जिहादियों को हथियार देकर उन्हें भारत के खिलाफ उकसा रहा था. ऐसा करके चीन (China) पूर्वोत्तर के राज्यों में अशांति फैलाना चाहता है. वहीं, सुरक्षा बलों ने 22 अगस्त को नागालैंड (Nagaland) के ज़ुनहेबोतो जिले में खोलेबोतो के पास एक हथियार डीलर को पकड़ा है. जिसके पास से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन और 60 लाइव राउंड बरामद किए है. भारतीय सेना के अनुसार उसके पास एक पत्रिका और तीन लाइव राउंड के साथ एक एमके-3 राइफल भी मिली है.

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माना जा रहा है कि ये हथियार डीलर चीन के लिए काम करता है. वह उसके इशारे पर पूर्वोत्तर राज्यों के उग्रवादियों को हथियार सप्लाई करता है. चीन भारत के खिलाफ भारत में काम करे कुछ उग्रवादी संगठनों को चोरी-चोरी हथियार देकर उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश में लगा है, ताकि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में तनाव के हालात बने रहे.

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रोहिंग्या जिहादियों को समर्थन करता है चीन

चीन पर हमेशा से आरोप लगता रहा है कि वह अपने पड़ोसी देशों को दबा कर रखना चाहता है. जिसके लिए वह किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहता है. अभी हालही में म्यांमार सरकार ने बिना नाम लिए चीन पर आरोप लगाया था. वह म्यांमार (Myanmar) के रोहिंग्या जिहादियों को हथियार सप्लाई करता है. माना जाता है कि
चीन लंबे समय से म्यांमार के आतंकी संगठन रोहिंग्या जिहादियों को समर्थन देता रहा है.  

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म्यांमार में रहते हैं पूर्वोत्तर के उग्रवादी संगठन 

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के कई उग्रवादी संगठनों ने म्यांमार में शरण ले रखी है. म्यांमार की रोहिंग्या जिहादी भारतीय उग्रवादियों की मदद करते हैं. भारत ने अपनी ‘एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी के तहत पूर्वोत्तर राज्यों में ढांचागत सुविधाएं मजबूत की है. यहां के उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन बातों से चीन की भारत के खिलाफ रणनीति पर असर पड़ा है और वह अब भारत के खिलाफ उग्रवादियों को शह दे रहा है.