logo-image

चीनी एप टिक टॉक की तरफ से केस नहीं लड़ेंगे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी

अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने कहा कि चीनी एप टिकटॉक की तरफ से कोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे.

Updated on: 01 Jul 2020, 07:52 PM

नई दिल्ली :

कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने साफ कर दिया है कि वो चीनी एप टिकटॉक की तरफ से केस नहीं लड़ेंगे. बुधवार को अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने कहा कि चीनी एप टिकटॉक की तरफ से कोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे.

पिछले साल टिकटॉक के लिए केस लड़ने वाले अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि टिकटॉक के लिए उन्होंने एक साल पहले सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की थी और वे जीते भी थे. हालांकि, इस दफा वो कोर्ट में चीनी ऐप टिक टॉक (Tik Tok) के लिए नहीं लड़ेंगे.

गलवान में हिंसक घटना के बाद भारत ने चीन के टिकटॉक समेत 59 ऐप को बैन कर दिया है. अभिषेक मनु सिंघवी से पहले वरिष्ठ वकील और पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने भी चीनी ऐप टिक टॉक के खिलाफ केस लड़ने से इंकार कर दिया था. रोहतगी ने बुधवार को कहा कि वह एक चीनी ऐप के लिए भारत सरकार के खिलाफ अदालत में खड़ा नहीं होंगे.

इसे भी पढ़ें:लॉकडाउन के कारण नहीं चुका सके कर्ज तो बन गए लुटेरे, पहुंचे जेल

इधर प्रधानमंत्री ने भी चाइनीज ऐप वीबो पर से अपना अकाउंट हटा दिया है. भारत सरकार ने जब 59 ऐप्स पर सोमवार को पाबंदी लगाने की घोषणा की तो इसमें ट्विटर की तरह चीन का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो भी था. वीबो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं. उनका वेरिफाइड अकाउंट है और ढाई लाख के क़रीब फॉलोवर्स हैं. पीएम मोदी ने इसे बंद करने का फैसला लिया है.