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पाकिस्तानी एजेंसी के हनीट्रैप में फंसा युवक, सांबा से पुलिस ने किया गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर में अपने मंसूबों को अंजाम देने और सुरक्षाबलों की जानकारी हासिल करने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लगातार अलग अलग तरह के हथकंडे अपनाती रहती है.

Updated on: 10 Oct 2020, 02:30 PM

सांबा :

जम्मू-कश्मीर में अपने मंसूबों को अंजाम देने और सुरक्षाबलों की जानकारी हासिल करने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI लगातार अलग अलग तरह के हथकंडे अपनाती रहती है. लेकिन अब भारत के खिलाफ नापाक इरादों को अमलीजामा पहनाने के लिए ISI बॉर्डर के मासूम युवाओं को अपना निशाना बना रही है. इसके लिए पाकिस्तानी एजेंसी हनी ट्रैपिंग का सहारा ले रही है. पुलिस ने पाकिस्तान के हनी ट्रैप में फंसे साम्बा के एक युवक को गिरफ्तार किया है.

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बॉर्डर के इस युवक का नाम कुलवंत है. सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान के हनीट्रैप में फंसा ये युवक पिछले 2 सालों से संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था. तीन महीने पहले पुलिस ने इसे सर्विलांस में लिया था. पुलिस ने इस युवक से 2 मोबाइल फ़ोन के अलावा कई सिम बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक, इसके एकाउंट में पैसे इंटरनेशनल ट्रांसेक्शन भी हुई है. पुलिस ने उस युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उसने किस किस तरह की जानकारियां साझा की हैं, उसकी जानकारियां ली जा रही है.

लेकिन साम्बा में आया हनी ट्रैपिंग का ये केस पहला नहीं है. इससे पहले पुलिस जम्मू के नरवाल, अरनिया बॉर्डर और आरएस पूरा बॉर्डर से भी पिछले कुछ महीनों में 3 युवकों को गिरफ्तार कर चुका है, जो पाकिस्तान की हनी ट्रैपिंग का शिकार हुए थे. यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस लगातार बॉर्डर पर सर्विलांस करती रहती हैं और पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर रखती हैं.

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बावजूद इसके पाकिस्तान बॉर्डर पर हमेशा षड्यंत्र रचता रहता है. बॉर्डर पर पाकिस्तान के कई ऐसे मोबाइल टावर हैं, जिनका पाकिस्तान ने जानबूझ कर सिग्नल बढ़ाया हुआ है और ताकि वो अपनी आतंकी हरकतों को अंजाम दे सके. कुछ महीने पहले पाकिस्तान ने कई रेडियो टावर बॉर्डर के नज़दीक लगाए हैं, जिसका सिग्नल बॉर्डर के कई इलाकों में आता है और पाकिस्तान इन चैनलों में एक एजेंडा चलने की कोशिश करता है, ताकि बॉर्डर के लोगों को गुमराह कर सके. लेकिन सुरक्षा एजेंसिया इन खतरे से वाकिफ हैं और पाकिस्तान के इस एजेंडे को भी ध्वस्त कर रही हैं.

ऐसा कई बार हुआ है जब सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे जासूसों को गिरफ्तार किया है. लेकिन अब ISI बॉर्डर के मासूम युवकों को अपना निशाना बना रहा है, जो जाने अनजाने में संवेदनशील जानकारियां अपने मकार पाकिस्तान तक पहुंचा रहे हैं.