सोशल मीडिया पर ऐसे कई दावे किए जाते हैं कि भारत में 2050 तक मुस्लिम 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएंगे, लेकिन हकीकत कुछ और ही कहती है. विश्व की सबसे बड़ी सर्वे एजेंसी ने अनुमान जताया है कि भारत में 2050 तक 33 करोड़ से अधिक मुस्लिम होंगे. रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारत में 2060 तक 19.4 फीसदी आबादी मुसलमानों की होगी. जबकि, 2015 में भारत में 14.9 फीसदी मुसलमान थे.
ऐसी रहेगी हिंदू आबादी
वहीं, हिंदू आबादी की बात करें तो 2060 तक हिंदुओं की आबादी 27 प्रतिशत हो जाएगी. वर्तमान में हिंदुओं की आबादी 15 प्रतिशत है. इसके अलावा, 2060 तक ईसाइयों की आबादी 34 प्रतिशत हो जाएगी. वर्तमान में 31 प्रतिशत आबादी इसाइयों की हैं. देखा जाए तो धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा धर्म ईसाई है. इसके बाद इस्लाम. दुनिया में हिंदू धर्म तीसरा सबसे बड़ा धर्म है.
बाकी धर्मों की तुलना में इस्लाम तेजी से बढ़ रहा है
अमेरिकी संस्था प्यू रिसर्च सेंटर ने हाल में तेजी से बढ़ने वाले धर्म को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लाम ऐसा धर्म है, जिसे मानने वालों की आबादी अन्य धर्म की तुलना में सबसे अधिक तेजी से बढ़ रही है.
इस वजह से बढ़ रही है मस्लिम आबादी
मुसलमानों की आबादी बढ़ने में युवा आबादी और उच्च प्रजनन दर काफी अहम है. मुस्लिम समुदाय का फर्टिलिटी रेट बाकी धर्मों की तुलना में काफी अधिक है. बाकी धर्मों की एक महिला जहां औसतन दो बच्चों को जन्म देती है तो वहीं, एक मुस्लिम महिला औसतकन तीन बच्चे पैदा करती है. विकासशील देशों में फर्टिलिटी रेट अधिक है और मृत्युदर कम. इस वजह से अफ्रीकी सब-सहारा देशों में 2050 तक मुस्लिमों की आबादी में 12 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है.