Mahakumbh 2025 : तीर्थराज प्रयागराज में इस समय आस्था और भक्ति का सबसे बड़ा महाकुंभ मेला लगा है. इस दौरान संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पूरा देश उमड़ पड़ा है. भारी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं की वजह से प्रयागराज और आसपार के इलाके पूरी तरह से जाम हो चुके हैं. महाकुंभ में आस्था के स्नान के साथ ही एक रोचक जानकारी सामने आई है. महाकुंभ मेले में इस बार 11 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है, जिससे आस्था का यह पर्व उनके लिए जीवनभर के लिए यादगार बन गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन सभी महिलाओं का प्रसव महाकुंभ मेले के अंदर एक केंद्रीय अस्पताल में कराया गया.
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श्रद्धालुओं में गर्भवती महिलाएं भी शामिल
दरअसल, महाकुंभ मेले में देश-दुनिया से लाखों-करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं. इन श्रद्धालुओं में गर्भवती महिलाएं भी शामिल होती हैं. इन सब आपतकालीन स्थिति से निपटने के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल पूरी तरह से तैयार रहता है. हॉस्पिटल में चार महिला रोग विशेषज्ञों समेत 105 हेल्थ वर्कर्स तैनात हैं. जबकि 125 एंबुलेंस श्रद्धालु भी सेवा में हमेशा तत्पर हैं ताकि जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद लोगों को हॉस्पिटल पहुंचाया जा सके. जानकारी के अनुसार, सेंट्रल हॉस्पिटल में पहला प्रसव 29 दिसंबर को हुआ और एक सोनम नाम की महिला ने पुत्र को जन्म दिया. महिला और उसके परिवार के लिए यह एक अविस्मरणीय पल था, जिसको यादगार बनाने के लिए उन्होंने बच्चे का नाम कुंभ रखा.
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हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक ने दी बधाई
खुशी के इस अवसर पपर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एंव हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक ने सोनम और उसके परिवार को शुभकामनाएं दीं. इसके अलावा उन्होंने प्रसव कराने वाले हॉस्पिटल और डॉक्टरों की भी सराहना की. इसके अलावा बच्चों को जन्म देने वाली दूसरी माताओं के लिए भी यह पल हमेशा के लिए यादगार हो गया. उन्होंने इसको मां गंगा का आशीर्वाद बताया है.