Kailash Mansarovar Yatra 2025: हिंदू धर्म की सबसे पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा पांच साल बाद फिर से शुरू हो रही है. जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अब तक 5500 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है. इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा जून से जुलाई तक चलेगी. जिसे लेकर विदेश मंत्रालय ने पूरी जानकारी दी है. बता दें कि कैलाश पर्वत को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है. जो हिंदू ही नहीं बल्कि बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायियों का भी आस्था का केंद्र है. ऐसा माना जाता है कि मानसरोवर झील की रचना ब्रह्मा जी ने की थी. ऐसी मान्यता है कि इस झील में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
कम्प्यूटरीकृत ड्रा से हुआ यात्रियों का चयन
इस यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय की ओर से कराया जाता है. जो इस बार जून में शुरू होगी और अगस्त तक चलेगी. विदेश और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बुधवार को इस यात्रा के लिए पंजीकृत यात्रियों के चयन के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रा निकाला. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, यात्रियों का चयन निष्पक्ष, कम्प्यूटर द्वारा तैयार, यादृच्छिक, लिंग-संतुलित चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया.
5500 से ज्यादा यात्रियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए इस साल 5561 आवेदकों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया था, जिसमें 4024 पुरुष आवेदक और 1537 महिला आवेदक शामिल थे. इनमें से सिर्फ 750 तीर्थ यात्रियों का चयन किया गया गया है. जिनमें प्रत्येक बैच में 2 एलओ शामिल हैं, लिपुलेख मार्ग से 50 यात्रियों के 5 बैचों में और नाथू ला मार्ग से 50 यात्रियों के 10 बैचों में यात्रा की जाएगी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों मार्ग अब पूरी तरह से मोटर योग्य हैं, और इनमें बहुत कम ट्रैकिंग की आवश्यकता होती है. जिसका पूरा विवरण कैलाश मानसरोवर यात्रा की वेबसाइट पर दिया गया है. बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा की शुरुआत 30 जून से होगी और ये 25 अगस्त 2025 तक चलेगी.
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