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Cold Wave In Kashmir: कश्मीर के मैदानी इलाकों में भले ही बर्फबारी नहीं हुई हो लेकिन वहां कोल्ड वेव का असर देखने को मिल रहा है. बहता पानी जम रहा है और पेड़ के पत्तों पर मौजूद ओस बर्फ में बदल गई है. न्यूज नेशन की टीम ने इन इलाकों का दौरा भी किया. इस समय कश्मीर शीतलहर से जूझ रहा है.
जो विजुअल सामने आ रहे हैं, उसमें दिख रहा है कि बहता पानी जमना शुरू हो गया है. ओस की गिरती बूंदे हवा में ही बर्फ की तरह हो गई हैं और पेड़ों पर गिरने के बाद बर्फ का रूप ले रही हैं. विजुअल में यह भी दिख रहा है कि झरने के पास बहता पानी बर्फ में बदल गया है और बर्फ के खूबसूरत स्ट्रक्चर देखने को मिल रहे हैं.
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हवा में बर्फ में बदल रही बूंदे, कश्मीर में नदियों का जम रहा पानी ..फुटेज न्यूज नेशन pic.twitter.com/rHptuA5Uf2
— Shyam Sundar Goyal (@ssgoyalat) December 17, 2024
पहले ही शुरू हो गई है शीत लहर
दरअसल, चिलाईं कला से पहले ही कोल्ड वेव शुरू हो गई है. चिलाईं कला हर साल 21 दिसंबर से 29 जनवरी के बीच होता है जिसमें कोल्ड वेव का असर शुरू होता है. लेकिन इस बार 21 दिसंबर से पहले ही कोल्ड वेव शुरू हो गई है जिसका असर देखने को मिल रहा है. इस वजह कश्मीर में कठोर सर्दी जल्द शुरू जाएगी. कश्मीर में वैसे 40 दिन का विंटर पीरियड होता है जिसमें मौसम ऐसा ही रहता है.
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8.9 डिग्री नीचे चला गया है तापमान
अनंतनाग और शोपियां में कश्मीर घाटी में सबसे कम तापमान शून्य से 8.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया है. मैदानी इलाकों में बर्फबारी नहीं हुई है तो यही वजह से तापमान में और गिरावट आ रही है. कश्मीर घाटी में एक दशक बाद कोल्ड वेव की यह हालत देखी गई है.
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