Operation Sindoor: पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर करने में नौसेना ने भी अहम भूमिका निभाई है. 22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर कायराना हमला किया. इस हमले के बाद नौसेना ने अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया. अरब सागर में पाकिस्तान पर लगातार दबाव बनाए रखा. नौसेना के प्रवक्ता ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी कि पड़ोसी देश को सीजफायर के लिए मजबूर करने को लेकर अहम भूमिका रही है.
समुद्र में रणनीति और प्रक्रियाओं का परीक्षण किया
नौसेना के प्रवक्ता ने एक्स पर आतंकियों की ओर से पहलगाम में निर्दोष भारतीय पर्यटकों पर हमले के बाद से भारतीय नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप, सर्फेस फोर्सेज, पनडुब्बियों और विमानन परिसंपत्तियों को भारतीय रक्षाबलों की संयुक्त परिचालन योजना के अनुरूप समुद्र में तैनात किया गया. आतंकवादी हमले के 96 घंटे के अंदर भारतीय नौसेना ने अरब सागर में कई हथियारों की फायरिंग के दौरान समुद्र में रणनीति और प्रक्रियाओं का परीक्षण किया.
पोस्ट में कहा गया है कि शुरू से ही नौसेना समुद्र और जमीन पर खास लक्ष्यों पर हमला करने के लिए पूरी तरह से तत्पर रही. इससे पाकिस्तानी नौसेना और वायु इकाइयों को बंदरगाहों के अंदर रक्षात्मक मुद्रा में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसमें थल सेना और वायु सेना की भी प्लानिंग रही.
नौसेना की जबरदस्त परिचालन क्षमता ने योगदान दिया
नौसेना प्रवक्ता ने लिखा, सेना और वायु सेना की ओर से की गई गतिशील कार्रवाइयों के साथ समुद्र में भारतीय नौसेना की जबरदस्त परिचालन क्षमता ने शनिवार को पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम के लिए तुरंत अनुरोध करने में योगदान दिया. भारतीय नौसेना समुद्र में काफी अहम रोल अदा कर रही है. इस तरह से पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की ओर से किसी भी तरह की कायराना हरकत का निर्णायक रूप से जवाब दिया जा सकता है.