logo-image

इस्लामाबाद में महिला प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस और जलतोप का किया इस्तेमाल

इस्लामाबाद में महिला प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस और जलतोप का किया इस्तेमाल

Updated on: 21 Dec 2023, 06:25 PM

इस्लामाबाद:

इस्लामाबाद में पुलिस ने गुरुवार को महिला नेतृत्व वाले प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस छोड़ी और पानी की बौछारें कीं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी में प्रवेश करते ही विपक्षी नेता महरंग बलूच सहित कम से कम 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बलूचिस्तान प्रांत में पुरुषों को कथित तौर पर जबरन गायब करने के खिलाफ प्रदर्शनकारी कई हफ्तों से देशभर में मार्च कर रहे हैं।

यह आंदोलन एक बलूच व्यक्ति की मौत से भड़का था, जिसके रिश्तेदारों का दावा है कि उसे पुलिस हिरासत में गोली मार दी गई थी।

बलूच ने एक्स पर कहा, मार्च पर इस्लामाबाद पुलिस हमला कर रही है।

प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने लाठीचार्ज करके और सुरक्षात्मक हेड गियर पहनकर रेड जोन में प्रवेश करने से रोका, जहां इस्लामाबाद में कार्यकारी, न्यायिक और विधायी भवन हैं।

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में अधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों को पुलिस वाहनों में बिठाने का अराजक दृश्य दिखाया गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कई लोगों को चीखते-चिल्लाते देखा जा सकता है, जबकि कई लोग जमीन पर बैठे हुए थे और उनके घाव दिखाई दे रहे थे।

पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान में तथाकथित जबरन गायब किए जाने का तात्पर्य खुफिया सेवाओं द्वारा कथित तौर पर की गई अघोषित गिरफ्तारियों से है, जिनका पता अदालतों द्वारा नहीं लगाया जा सकता है और सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता है। कथित पीड़ितों में राजनीतिक कार्यकर्ता, पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और छात्र शामिल हैं।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह के आरोप दशकों से लगाए जाते रहे हैं, जिसका संबंध 2000 के दशक की शुरुआत में बलूचिस्तान राष्ट्रवादी आंदोलन के जन्म से है।

पिछले कुछ वर्षों में कई बलूच महिलाओं ने अपने लापता प्रियजनों के लिए न्याय और इस मुद्दे को वैश्विक ध्यान में लाने की मांग की है।

सबसे हालिया मामले में 24 वर्षीय बालाच मोला बख्श को आतंकवाद निरोधक पुलिस 29 अक्टूबर को ले गई थी।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने दावा किया कि उसे विस्फोटकों के साथ पकड़ा गया था। इससे पहले उसे लगभग एक महीने तक हिरासत में रखा गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.