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एनआईए ने निज़ामाबाद पीएफआई मामले में चार्जशीट दायर की, आरोपियों की कुल संख्या 17 हुई

एनआईए ने निज़ामाबाद पीएफआई मामले में चार्जशीट दायर की, आरोपियों की कुल संख्या 17 हुई

Updated on: 07 Dec 2023, 06:55 PM

नई दिल्ली:

एनआईए ने निजामाबाद पीएफआई मामले में आरोपी नोसाम मोहम्मद यूनुस के खिलाफ प्रतिबंधित संगठन से संबंधित आतंकवादी और हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने के लिए लोगों को भर्ती करने, कट्टरपंथी बनाने की आपराधिक साजिश से संबंधित चार्जशीट दायर की है।

एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, एजेंसी ने गुरुवार को हैदराबाद स्थित एनआईए विशेष अदालत में यूनुस के खिलाफ दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है। इसी के साथ मामले में आरोपियों की कुल संख्या अब 17 हो गई है।

अधिकारी ने कहा कि यूनुस पर आईपीसी और यूए (पी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत चार्जशीट दायर की है।

अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि यूनुस एक प्रशिक्षित पीएफआई कैडर है। वह 2047 तक भारत में इस्लामी शासन लाने की पीएफआई साजिश को आगे बढ़ाने के लिए हिंसक आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को प्रेरित और कट्टरपंथी बनाने में लगा हुआ था।

एनआईए ने पाया है कि आरोपी युवाओं की भर्ती करने और उन्हें पीएफआई हथियार प्रशिक्षण शिविरों में हथियार प्रशिक्षण देने में शामिल था, जो विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए गुप्त तरीके से आयोजित किया गया था।

अधिकारी ने आगे कहा कि यूनुस उन्हें घातक हथियारों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दे रहा था ताकि शरीर के महत्वपूर्ण हिस्सों, जैसे गले, पेट, सिर आदि पर हमला करके टारगेट को मार दिया जा सके। इसके अलावा, उन्हें देश में विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच शत्रुता को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हुए भी पाया गया।

मामला पहले जुलाई 2022 में तेलंगाना के निज़ामाबाद 6 टाउन पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज किया गया था। एनआईए ने अगस्त 2022 में तेलंगाना पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली और दिसंबर 2022 में 11 आरोपियों के खिलाफ अपनी पहली चार्जशीट दायर की। वहीं, मार्च 2023 में पांच आरोपियों के खिलाफ दूसरी चार्जशीट दायर की।

एनआईए, पीएफआई और उसके कई सहयोगियों की भारत विरोधी गतिविधियों की जांच कर रही है, जिन्हें सितंबर 2022 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा गैरकानूनी संघ घोषित किया गया था।

पीएफआई और उसके सहयोगियों पर प्रतिबंध विभिन्न राज्य पुलिस इकाइयों और राष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा की गई जांच के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसक गतिविधियों में उनकी भूमिका और भागीदारी का खुलासा होने के बाद लगाया गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.