logo-image

राष्ट्रीय ऋण का 34 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ना अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक स्थिति

राष्ट्रीय ऋण का 34 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ना अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक स्थिति

Updated on: 07 Jan 2024, 10:45 PM

न्यूयॉर्क:

कांग्रेस के बजट कार्यालय के अनुमान के अनुसार, अमेरिकी सरकार पर 34 ट्रिलियन डॉलर का बढ़ता राष्ट्रीय ऋण अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए एक उबलता हुआ मेंढक है, क्योंकि सरकारी व्यय बिल 2030 के दशक की शुरुआत में इसके राजस्व से अधिक हो जाएंगे।

यह चेतावनी देते हुए जेपी मॉर्गन ने कहा : लेकिन अमेरिका को जल्द ही अपने विवेकाधीन खर्च में कटौती करने की संभावना नहीं दिखती है।

जेपी मॉर्गन ने चेतावनी दी कि अमेरिका का 34 ट्रिलियन डॉलर का ऋण पहाड़ अर्थव्यवस्था के लिए उबलते मेंढक की घटना हो सकता है, क्योंकि उच्च घाटा और बढ़ती ऋण सेवा लागत आसानी से अस्थिर हो सकती है।

मेंढक के उबलने की स्थिति वैसी ही है जैसे लोग गुब्बारे फूलने की समस्या पर कार्रवाई करने में असफल हो जाते हैं, जिससे यह इतनी गंभीर हो जाती है कि यह उबलने लगती है।

उबलते पानी में डाला गया मेंढक बाहर निकल सकता है, लेकिन अगर पानी धीरे-धीरे उबलता है, तो मेंढक को यह पता चलने में बहुत देर हो जाती है कि पानी पक रहा है।

जेपी मॉर्गन ने कहा कि 2024 के दृष्टिकोण की भविष्यवाणी करते समय सदियों पुराना रूपक आसानी से अमेरिका की ऋण स्थिति पर लागू हो सकता है।

अर्थशास्त्री वर्षों से गंभीर रूप से चिंतित रहे हैं और बार-बार सरकार से अपने खर्च पैटर्न में बदलाव करने के लिए कहा है, लेकिन बैंकरों की मांग अब पहले से कहीं अधिक तेज हो गई है, क्योंकि सरकार रिकॉर्ड मात्रा में उधार लेना जारी रख रही है।

जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रीय ऋण 34 ट्रिलियन डॉलर की नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा, क्योंकि कानून निर्माताओं ने ब्याज पर ऋण चुकौती डिफ़ॉल्ट को रोकने के लिए पिछले साल छत की सीमा हटा दी थी।

कांग्रेस के बजट कार्यालय के अनुसार, आने वाले वर्षों में अमेरिकी ऋण की स्थिति और खराब होगी, जिसका अनुमान है कि सरकार का पात्रता व्यय, अनिवार्य व्यय और ऋण पर शुद्ध ब्याज भुगतान 2030 के दशक की शुरुआत तक सरकार के कुल राजस्व से अधिक हो जाएगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.