GainBitcoin Scam: गेनबिटकॉइन स्कैम को लेकर देश में हड़कंम मचा हुआ है. मामले की जांच कर रही सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है. सीबीआई ने अबतक 23.94 करोड़ (लगभग 24 करोड़) रुपये की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है. साथ ही सीबीआई को छापेमारी में मामले में जुड़े कई डिजिटल सबूत हाथ लगे हैं. बता दें कि सीबीआई ने 25-26 फरवरी 2025 को 5 राज्यों में 60 से अधिक छापेमारी की है.
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₹24 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी जब्त
एक रिपोर्ट के अनुसार, गेनबिटकॉइन घोटाले में ₹23.94 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी के अलावा सीबीआई को कई हार्डवेयर क्रिप्टो वॉलेट, 121 दस्तावेज, 34 लैपटॉप/हार्ड डिस्क और 12 मोबाइल फोन जब्त किए हैं. साथ ही सीबीआई को घोटाले से जुड़े कई ईमेल और डंप किए गए इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप को लेकर भी डिजिटल सबूत मिले हैं. सीबीआई की ये छापेमारियां दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हुई हैं. सीबीआई ने मामले की तह जाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है.
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क्या है गेनबिटकॉइन स्कैम?
गेनबिटकॉइन स्कैम को 6,600 करोड़ रुपये का घोटाला बताया जा रहा है. अमित भारद्वाज (अब दिवंगत) नाम के शख्स ने अजय भारद्वाज समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर साल 2015 में इसे शुरू किया था. आरोप हैं कि इन्होंने निवेशकों से हाई बिटकॉइन रिटर्न (10% मासिक रिटर्न) का वादा किया था, लेकिन 18 साल में ही अमित भारद्वाज की पूरी योजना फेल हो गई और बड़ी संख्या में निवेशकों का पैसा डूब गया. धोखाधड़ी वाली इस स्कीम में मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) मॉडल को यूज किया गया था.
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