Chinese Loan App Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) को चाइनीज लोन ऐप घोटाले में सफलता मिली है. उसे शुक्रवार को कोच्चि से अरेस्ट किए गए दोनों आरोपियों की चार दिन की हिरासत मिल गई है. दोनों आरोपियों को प्रिवेंसन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत पकड़ा गया. अब ईडी ने आरोपियों से पूछताछ कर चाइनीज लोन ऐप घोटाले में साजिश की परतों का खुलासा करने की कोशिश करेगी. बता दें कि ED मामले में चार लोगों को पहले भी अरेस्ट कर चुकी है.
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ED के कोच्चि जोनल ऑफिस ने 20 फरवरी को दोनों आरोपियों को अरेस्ट किया था. आरोपियों की पहचान सईद मुहम्मद (Sayid Muhammad) और वर्गीस टीजी (Varghese TG) के रूप में सामने आई है. दोनों को आपस में दोस्त बताया जा रहा. ईडी को जैसे ही उनको लेकर इनपुट मिला वैसे ही सक्रियता दिखाते हुए इनको अरेस्ट कर लिया. ED ने दोनों आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां ED को इनकी 4 दिन की कस्टडी मिल गई.
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क्या है पूरा मामला?
एक रिपोर्ट के अनुसार, चाइनीज लोन ऐप घोटाले का ये पूरा मामला 718 करोड़ रुपये की ठगी है. आरोप है कि आरोपी सईद मुहम्मद और वर्गीस टीजी ने म्यूल बैंक अकाउंट्स के जरिए साल 2023 तक 718 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया और इस रकम के एक बड़े हिस्से को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर चीन में ट्रांसफर कर दिया. ED ने जब इन फ्रॉड चाइनीज लोन ऐप को ऑपरेट करने के लिए बनाई गई शैल कंपनियों की जांच कि तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. बता दें कि म्यूल अकाउंट का मतलब है, वह बैंक खाता जिसमें साइबर अपराधी ठगी के पैसे ट्रांसफर करते हैं.
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