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दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, जिस i20 कार में ब्लास्ट हुआ, वह लगभग तीन घंटे तक लाल किला पार्किंग में खड़ी रही. जांच में सामने आया है कि कार में बैठा एक व्यक्ति देर तक वहीं मौजूद था और माना जा रहा है कि उसी ने धमाके को अंजाम दिया. जांच एजेंसियों को शक है कि यह शख्स डॉक्टर उमर मोहम्मद हो सकता है- जो फरीदाबाद में हाल ही में उजागर हुए आतंकी मॉड्यूल के बाद से फरार था.
जानकारी के अनुसार, यह कार सोमवार दोपहर करीब 3:20 बजे पार्किंग में खड़ी की गई और शाम 6:48 बजे वहां से निकली. इसके कुछ ही मिनट बाद, ट्रैफिक सिग्नल के पास जोरदार धमाका हुआ. सीसीटीवी फुटेज में यह पूरा घटनाक्रम दर्ज हुआ है.
फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है तार
सूत्रों का कहना है कि यह हमला आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकता है. उमर मोहम्मद का संबंध जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क से बताया जा रहा है. फरीदाबाद में उसके नेटवर्क के खुलासे के दौरान करीब 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर, वॉकी-टॉकी और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी. जांच एजेंसियों को यह भी पता चला है कि पुलवामा के निवासी तारिक ने यह i20 कार उमर मोहम्मद को बेची थी.
जांचकर्ताओं का अनुमान है कि फरीदाबाद में उसके दो साथियों के पकड़े जाने के बाद उमर ने घबराकर लाल किला इलाके में आत्मघाती हमला किया. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ब्लास्ट में उसकी मौत हुई या वह फरार हो गया. कार की ड्राइविंग सीट पर मिले शव का डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है ताकि पुष्टि हो सके कि वह उमर मोहम्मद ही था या नहीं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल सबूतों की जांच तेज कर दी है. फुटेज में काले मास्क वाला एक शख्स नजर आ रहा है, जो ब्लास्ट से पहले कार में बैठा दिखाई देता है. फिलहाल एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस हमले के पीछे और कौन लोग शामिल थे और क्या दिल्ली या आस-पास के अन्य इलाकों में भी ऐसे धमाकों की साजिश रची गई थी?
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