बीते दिन चक्रवाती तूफान मोंथा ने आंध्र प्रदेश में भारी तबाही मचाई. इस तूफान की वजह से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और घरों को नुकसान पहुंचा. फिलहाल प्रशासन हालात पर पूरी तरह काबू पाने की दिशा में काम कर रहा है.
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात ‘मोंथा’ ने मंगलवार (28 अक्टूबर) शाम करीब 7 बजे आंध्र प्रदेश के तट से टकराकर भारी तबाही मचा दी. यह तूफान मछलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच से गुजरते हुए काकीनाडा इलाके में पहुंचा, जहां लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. तूफान की ताकत इतनी ज्यादा थी कि कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और घरों को नुकसान पहुंचा. इसी दौरान एक महिला की मौत भी हो गई.
#WATCH | Amalapuram, Andhra Pradesh: Trees uprooted, electric poles damaged due to #CycloneMontha. Repair work is underway by the officials#CycloneMontha is likely to move north-northwestwards across coastal Andhra Pradesh and Telangana and weaken into a deep depression during… pic.twitter.com/snkSss7N0b
— ANI (@ANI) October 29, 2025
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह ही यह तूफान गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया था और बुधवार (29 अक्टूबर) सुबह तक इसका असर उड़ीसा तक पहुंच गया. तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं, जिससे आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में हालात बिगड़ गए. खराब मौसम के कारण 52 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और 120 ट्रेनें भी रोक दी गईं.
जानमाल का हुआ भारी नुकसान
आंध्र प्रदेश के कोना सीमा जिले में एक ताड़ का पेड़ गिरने से महिला की मौत हुई. वहीं, करीब 38,000 हेक्टेयर में खड़ी फसलें और 1.38 लाख हेक्टेयर बागवानी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं. राज्य सरकार ने 76,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. उड़ीसा के लगभग 15 जिलों में भी चक्रवात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. प्रशासन ने पहले से तैयारी करते हुए 800 राहत केंद्र बना लिए थे और तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गईं. कुल 45 राहत टीमें विभिन्न राज्यों में काम कर रही हैं- जिनमें 10 आंध्र में, 6 उड़ीसा में, 3-3 तमिलनाडु और तेलंगाना में, 2 छत्तीसगढ़ में और 1 पुडुचेरी में तैनात हैं.
सरकार अलर्ट
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हालात की समीक्षा की और रेलवे जोनों के अधिकारियों को सुरक्षा और बहाली की तैयारी पर सख्त निर्देश दिए. वहीं, केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी आपातकालीन चिकित्सा सहायता के इंतजाम पर राज्य सरकारों से समन्वय किया है.
आईएमडी ने बताया कि चक्रवात का लैंडफॉल काकीनाडा के दक्षिण में पूरा हुआ और अगले कुछ घंटों में यह कमजोर होकर सामान्य चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने बताया कि अब तक 11,396 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है.
राज्य सरकारें, एनडीआरएफ और केंद्र सरकार की लगातार कोशिशों से राहत-बचाव कार्य तेजी से जारी हैं और प्रशासन हालात पर पूरी तरह काबू पाने की दिशा में काम कर रहा है.
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