पंजाब के जालंधर में सोमवार को हुए एक सड़क हादसे में 114 साल के फौजा सिंह का निधन हो गया है. उन्होंने मुंबई से लेकर कनाडा और लंदन में मैराथन दौड़कर अपनी अलग पहचान बनाई थी. फौजा सिंह ने 80 साल की उम्र में इंटरनेशनल लेवर पर दौड़ना शुरू किया था. अपने इस जुनून की वजह से ‘टर्बन्ड टॉरनेडो’ (पगड़ी वाला तूफान) के नाम से जाना जाता था. उनकी बायोग्राफी का टाइटल भी यही है. आइए आपको बताते हैं उनकी लंबी उम्र का राज.
लंबी उम्र का राज
डॉक्टर के मुताबिक, फौजा सिंह की फिजिकल और मेंटल मजबूती ही उनकी लंबी उम्र का आधार थी. वह रोजाना दौड़ और ध्यान किया करते थे. मानसिक तनाव से बचने के लिए वह हमेशा पॉजिटिव रहते थे. उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वह हमेशा खुश रहते हैं, रोजाना पिन्नी खाते हैं, इसके बाद गुनगुना पानी पीते हैं, रात में सोने से पहले एक गिलास दूध और मौसम के हिसाब से दही लेते हैं. इसके अलावा उन्होंने जंक फूड से परहेज किया.
दौड़ से होते हैं ये फायदे
हार्ट हेल्थ
दौड़ लगाने से हार्ट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. स्टडी के मुताबिक, हफ्ते में 150 मिनट की मध्यम गति की रनिंग हार्ट डिजीज के खतरे को 30 पर्सेंट तक कम कर सकती है.
मेंटल हेल्थ
दौड़ने से एंडोर्फिन हार्मोन का स्त्राव बढ़ता है. जो कि तनाव और डिप्रेशन को कम करता है.
हड्डियां मजबूत
दौड़ से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस जैसी दिक्कतों को रोकता है.
इम्यून सिस्टम
रनिंग से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.
उम्र बढ़ना
रिसर्च के मुताबिक, रोजाना दौड़ लगाने और एक्सरसाइज करने वाले लोगों की उम्र नॉर्मल लोगों के मुकाबले 3 से 7 साल तक ज्यादा हो सकती है.
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