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गलती से भी अमरूद का सेवन न करें ये लोग Photograph: (Social Media)
Guava Side Effects: फल खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है, बावजूद इसके कुछ फलों का सेवन हर किसी को नहीं करना चाहिए. क्योंकि कुछ फलों के सेवन से कुछ लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है. इन्हीं में से एक फल है अमरूद. वैसे तो अमरूद का सेवन काफी फायदेमंद है लेकिन कुछ बीमारियों से जूझ रहे लोगों को अमरूद का सेवन नहीं करना चाहिए. अमरूद अपने मीठे, तीखे स्वाद और प्रभावशाली पोषण तत्वों के लिए जाना जाता है.
इसमें विटामिन सी, डायटरी फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है. जो प्रतिरक्षा स्वास्थ्य, पाचन, स्किन, एनर्जी, हार्ट फंक्शन और समग्र जीवन शक्ति को बेहतर बनाता है. इन सब गुणों के बावजूद अमरूद का सेवन हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता. क्योंकि अमरूद के सेवन से कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं, ब्लड शुगर में बढ़ोतरी, एलर्जी, स्किन में जलन होने की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही अमरूद के अधिक सेवन से पेट फूलना, मधुमेह, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), या एक्जिमा से ग्रस्त व्यक्तियों को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
इन लोगों को नहीं करना चाहिए अमरूद का सेवन
बता दें कि अमरूद में फ्रुक्टोज़ यानी प्राकृतिक शर्करा और विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है, जो संवेदनशील व्यक्तियों में पेट फूलने और गैस का कारण बन सकते हैं. क्योंकि जब शरीर अपनी क्षमता से अधिक विटामिन सी ग्रहण कर लेता है, तो अतिरिक्त विटामिन सी आंतों में किण्वित हो सकता है, जिससे गैस और बेचैनी की समस्या हो सकती है.
इसी तरह फ्रुक्टोज़ कुअवशोषण एक ऐसी स्थिति है जिसमें छोटी आंत फ्रुक्टोज़ को कुशलतापूर्वक अवशोषित करने में कठिनाई महसूस करती है. ऐसे में अमरूद खाने से पेट में सूजन, पेट फूलना या पेट भरा होने का एहसास होने लगता है. ऐसे में सोने से ठीक पहले अमरूद का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि तुरंत लेटने से पेट फूल सकता है. साथ ही बैचेनी की भी शिकायत हो सकती है.
मधुमेह रोगियों को भी बरतनी चाहिए सावधानी
इनके अलावा जिन लोगों को मधुमेह की शिकायत है उन्हें भी अमरूद का सेवन करने से परहेज करना चाहिए. दरअलल, अमरूद में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, यानी यह रक्तप्रवाह में शर्करा को धीरे-धीरे छोड़ता है. हालांकि, मात्रा पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है. बहुत अधिक अमरूद खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, खासकर उन लोगों में जो इंसुलिन या मौखिक हाइपोग्लाइसेमिक दवाएं ले रहे हैं.
चिड़चिड़ापन से ग्रस्त लोग
वहीं चिड़चिड़ापन यानी आंत्र सिंड्रोम वाले लोगों को भी अमरूद का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसमें घुलनशील और अघुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो पाचन में सहायता करता है और कब्ज को कम करता है. हालांकि, आईबीएस या अन्य संवेदनशील गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों वाले लोगों और चिड़चिड़ापन से जूझ रहे लोगों को अमरूद का सेवन पाचन संबंधी समस्या पैदा कर सकता है.
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