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Corona R Value हुई एक के पार, डरे नहीं बस सतर्कता बरतें

आर वैल्यू कोरोना संक्रमण की स्थिति को पेश करती है. इसका एक से अधिक होने का मतलब है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति एक से अधिक लोगों को संक्रमित कर रहा है.

Updated on: 21 Apr 2022, 09:20 AM

highlights

  • तीन महीने बाद आर वैल्यू ने क्रॉस किया एक का आंकड़ा
  • इसके पहले जनवरी में संक्रमण की आर वैल्यू थी 1.28
  • दिल्ली और उत्तर प्रदेश में तो आर वैल्यू 2 के पार पहुंची

नई दिल्ली:

विगत कई दिनों से कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच भले ही विशेषज्ञ चौथी लहर की आशंका नहीं जता रहे हों. हालांकि बीते तीम महीनों में पहली बार रिप्रोडक्शन नंबर ( R Value) एक के पार पहुंचने से यह चिंता जरूर बढ़ गई है कि देश में कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से फिर हो रहा है. चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान (आईएमएस) के शोधकर्ता सीताभ्र सिन्हा के मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों से देश में आर वैल्यू में लगातार वृद्धि हो रही है. उन्होंने चेताते हुए कहा है कि दिल्ली (Delhi) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में तो आर वैल्यू दो से भी अधिक है. हालांकि वह कहते हैं कि इससे डरने की नहीं अपितु सतर्क रहने की जरूरत है. 

समझें क्या है आर वैल्यू
आर वैल्यू कोरोना संक्रमण की स्थिति को पेश करती है. इसका एक से अधिक होने का मतलब है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति एक से अधिक लोगों को संक्रमित कर रहा है. एक से अधिक आर वैल्यू होने पर सक्रिय मामले बढ़ते हैं. आर वैल्यू के एक या उससे कम रहने का मतलब है कि संक्रमण का प्रसार रुक गया है जो महामारी के खत्म होने का संकेत भी है. आंकड़ों की बात करें तो बीते हफ्ते यानी 12-18 अप्रैल के बीच यह आर वैल्यू 1.07 प्रतिशत थी. इससे पहले के हफ्ते में यह 0.93 थी. जनवरी में आर वैल्यू एक से ज्यादा दर्ज की गई थी. 16-22 जनवरी के हफ्ते में यह 1.28 थी.

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प्रमुख प्रदेशों में आर वैल्यू की स्थिति
देश के सभी प्रमुख शहरों मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई में आर वैल्यू एक से ज्यादा है. दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आर वैल्यू दो से ऊपर है. 18 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में अनुमानित आर वैल्यू दिल्ली के लिए 2.12, उत्तर प्रदेश के लिए 2.12, कर्नाटक के लिए 1.04, हरियाणा के लिए 1.70, मुंबई के लिए 1.13, चेन्नई के लिए 1.18 और बेंगलुरु के लिए 1.04 थी. दूसरी और तीसरे लहर से पहले भी एक से अधिक थी आर वैल्यू पिछले साल के आखिर में ओमीक्रॉन के चलते जब तीसरी लहर ने दस्तक दी थी तब आर वैल्यू 2.98 (30 दिसंबर 2021 से 10 जनवरी, 2022) दर्ज की गई थी. दूसरी लहर से ठीक पहले भी आर वैल्यू 1.08 दर्ज की गई थी.

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डरें नहीं बस सतर्कता बरतें
हालांकि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के पूर्व मुख्य विज्ञानी डॉ. आर गंगाखेड़कर कहते हैं कि आर वैल्यू के एक से ऊपर होने से चिंता करने की जरूरत नहीं है. हां, सतर्क रहने की जरूरत है. उनके मुताबिक देश में ओमीक्रॉन के किसी नए संक्रामक वैरिएंट का पता नहीं चला है. इसलिए फिलहाल चौथी लहर की आशंका नजर नहीं आ रही है. यह अलग बात है कि  पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. बुधवार को भी नए मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है. कोविन पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 186.93 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं.