logo-image

हर साल लौटने वाली सीजनल बीमारी बन सकती है कोरोना, सर्दियों में और बढ़ेगा खतरा - रिसर्च

कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर नया रिसर्च सामने आया है. इसमें यह हर साल सर्दियों में लौटने वाली बीमारी बन सकती है. इसले स्वास्थ्य विशेषज्ञों की परेशानी और बढ़ा दी है.

Updated on: 03 Jun 2020, 02:23 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Covid-19) को लेकर हो रहे एक के बाद एक खुलासे से पूरी दुनिया के वैज्ञानिक हैरान है. एक ताजा रिसर्च ने खुलासा किया है कि कोरोना की बीमारी को न तो हाल फिलहाल खत्म किया जा सकता है और न ही रोका जा सकता है. हर रोज इस बीमारी से हजारों लोग संक्रमित हो रहे हैं. एक रिसर्च रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने बताया है कि कोरोना वायरस (Corona virus) (SARS-CoV-2) के कारण होने वाला रेस्पिरेटरी इंफेक्शन सीजनल बीमारी बन सकता है.

यह भी पढ़ेंः भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच गुजरात में द्वारका के तट से टकराया निसर्ग तूफान

ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
इस रिपोर्ट को सिडनी यूनिवर्सिटी के Sydney School of Veterinary Science के एपिडेमोलॉजिस्ट प्रोफेसर माइकल वार्ड और उनकी टीम ने तैयार किया है. इस रिसर्च को यूरेका अलर्ट नाम के जर्नल में छापा गया है. रिपोर्ट में बताया गया कि तापमान में 1% की कमी से कोविड-19 के मामले 6% तक बढ़ सकते हैं.  

यह भी पढ़ेंः भारत को दान दिए 100 वेंटीलेटर्स की पहली खेप अगले हफ्ते भेजेगा अमेरिका

नमी का होता है असर
रिपोर्ट में कहा गया कि जब नमी (Humidity) कम होती है, तो हवा सूखी होती है इससे एयरोसोल्स छोटे बनते हैं. वैज्ञानिकों ने कहा कि इस स्थिति में छींकने पर ये एयरोसोल हवा में ही रुके रह जाते हैं और देर तक जमीन पर नहीं गिरते हैं. जिसके कारण उसी जगह से गुजरने वाला दूसरा व्यक्ति सांस के जरिए इसके संपर्क में आ सकता है. कोरोना वायरस के फैलने का संबंध ठंडे मौसम से नहीं, बल्कि वातावरण में नमी कम होने से है। इसका मतलब यह है कि सर्दियों में वायरस का खतरा बढ़ेगा, क्योंकि इसी मौसम में नमी कम होती है.