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कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम गई है बढ़, ये सिंप्टम भी है इसकी जड़

हाई कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम खराब लाइफ्स्टाइल और खाने-पीने की आदतों के चलते होती है. बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का कितना मेन रोल होता है. ये तो हम सभी जानते ही हैं. जब बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है. तो, कई तरह की डिजीजिज का खतरा बना रहता है.

Updated on: 09 Oct 2021, 12:00 PM

नई दिल्ली:

खराब लाइफस्टाइल के चलते बॉडी को कई तरह के नुकसान झेलने पड़ते है. लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार होना शुरू हो जाते हैं. इसमें से एक प्रॉब्लम हाई कोलेस्ट्रॉल भी है. हाई कोलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम भी इसी खराब लाइफ्स्टाइल और खाने-पीने की आदतों के चलते होती है. बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का कितना मेन रोल होता है. ये तो हम सभी जानते ही हैं. जब बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है. तो, कई तरह की डिजीजिज का खतरा बना रहता है. जैसे कि हार्ट स्ट्रोक वगैराह. लेकिन, आजकल एक नई प्रॉब्लम शुरू हो चुकी है. जो कि पैरों में दर्द होना है. अक्सर लोग पैरों में दर्द की तकलीफ को ये सोचकर नजरअंदाज कर देते है कि शायद ज्यादा चलने से या बॉडी में वीकनेस के कारण ऐसा हो रहा होगा. लेकिन, जो ऐसा सोच रहे हैं. वो सावधान हो जाए क्योंकि पैरों में दर्द होना भी हाई कोलस्ट्रॉल का ही एक कारण है. तो चलिए आपको ये बता देते है कि आप इसके साइन्स को कैसे पहचानेंगे.  

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जहां पहले कभी चेस्ट पेन, ब्रीथिंग प्रॉब्लम्स (breathing problems), स्ट्रोक (stroke) का बढ़ता हुआ रिस्क और हार्ट डिजीजिज हाई कोलेस्ट्रॉल के मेन सिंप्टम्स माने जाते थे. वहीं कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी प्रॉब्लम हो गई है जो अब पैरों में भी दिखने लगी है. पहले आपको बता दें कि पैरों में दर्द का कारण आखिर है क्या. पैरों में दर्द का कारण ही आर्टरीज में जमा हुआ कोलेस्ट्रॉल हो सकता है. आमतौर पर ये दर्द तब होता है. जब कोई फिजिकल एक्टिविटी की जाती है. जैसे कि पैदल चलना, दौड़ना, सीढ़िया चढ़ना, खेलना वगैराह. कुछ लोगों को तो कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण पैरों में जलन भी महसूस होने लगती है. इसलिए, जो लोग इन सिंप्टम्स को नजरअंदाज करते है. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. 

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इसके अलावा बॉडी में कोलेस्ट्रॉल ज्यादा बढ़ने से पैरों की नसें भी ब्लॉक हो जाती हैं. जिससे उनमें ऑक्सीजन सही से नहीं पहुंच पाती. इस वजह से कई बार आपके नीचे के पैरों और पिंडलियों में बहुत दर्द होने लगता है. अक्सर ये बहुत देखा जाता है कि सर्दियों के मौसम में पैर ठंडे हो जाते हैं. लेकिन हाई ,कोलेस्ट्रॉल लेवल की वजह से कई बार गर्मियों के मौसम में भी ऐसा हो सकता है कि पैर एकदम ठंडे होने लगे. अगर बॉडी में ये सिंप्टम दिखता है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.  

केवल पैरों मे दर्द ही नहीं बल्कि पैरों में ही और कई बदलावों के कारण कोलेस्ट्रॉल हाई होने लगता है. जैसे कि नेल्स की हेल्थ के लिए ब्लड की सप्लाई अच्छे से होना बहुत जरूरी है. अगर पैरों में ब्लड सर्क्युलेशन ठीक से नहीं होता है. तो इसका असर पैर के नाखूनों पर भी पड़ता है. वैसे तो बल्ड कम पहुंचने के कारण नेल्स का कलर येलो या ब्लू पड़ने लगता है. इसके अलावा कुछ लोगों में ये भी देखा जाता है कि उनके नेल्स की ग्रोथ धीरे हो गई है. जिससे पहले के कंपैरिजन में उनके नेल्स धीरे-धीरे बढ़ते हैं. कई बार नेल्स मोटे भी हो जाते हैं. ऐसे दिखाई देते हैं, जैसे उनमें फंगल इंफेक्शन हो गया हो. 

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पैरों में आ रही इन्हीं प्रॉब्लम्स के चलते कोलेस्ट्रॉल हाई होता चला जाता है. लेकिन, इन सिंप्टम्स को इग्नोर करना ठीक नहीं है. क्योंकि वक्त रहते अगर इन पर ध्यान नहीं जाता तो ये आगे दूसरी बीमारियों को जन्म दे देती है. इसलिए, इन प्रॉब्लम्स को इग्नोर ना करके टाइम पर इसका ट्रीटमेंट शुरू कर देना चाहिए.