हर किसी ने हिचकी का अनुभव तो जरूर किया होगा. वहीं जब भी हिचकी आती थी तो हम लोग समझ जाते थे कि कोई याद कर रहा है, लेकिन समझ नहीं आता था कि आखिरकार याद कौन कर रहा है. लेकिन बार-बार हिचकी आना किसी गंभीर बीमारी किसी स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है. यह सामान्य गैस्ट्रिक या एसिडिटी से जुड़ा हो सकता है, लेकिन यह ब्रेन, नर्व सिस्टम या किडनी की समस्या तक का इशारा भी दे सकता है.
पेट से संबंधित दिक्कत
हिचकी हमारे डायाफ्राम की अनियमित मांसपेशीय हरकत की वजह से होती है. यह पेट से संबंधित दिक्कत जैसे गैस, एसिडिटी, अधिक तीखा भोजन खाने या जल्दी-जल्दी खाने के कारण भी हो सकती है. कई बार हिचकी बहुत जल्दी बोलने, शराब पीने या ठंडा-गर्म एक साथ खाने से भी शुरू हो जाती है.
हो सकती है ये गंभीर बीमारी
अगर आपकी हिचकी बिना रुके 48 घंटे से ज्यादा समय तक चल रही है, तो यह सामान्य नहीं मानी जाती. यह लंबे समय तक चलने वाली हिचकी (persistent hiccups) किसी बड़ी शारीरिक परेशानी का संकेत हो सकती है. यह ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी, डायबिटीज, या नर्व डैमेज जैसी स्थितियों से जुड़ी हो सकती है. यदि हिचकी के साथ सीने में दर्द, उल्टी, थकान, या सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
घर पर करें ये उपाय
अगर हिचकी सामान्य है, तो घर पर ही इसे रोकने के कई आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं. एक ग्लास ठंडा पानी पीना, सांस रोककर कुछ सेकंड रुकना, नींबू चूसना या शक्कर चाटना जैसी टिप्स काफी कारगर हो सकती हैं. गुनगुना पानी पीना या दही खाना भी गैस और एसिडिटी को शांत कर सकता है. कुछ लोग पेपर बैग में सांस लेने या उल्टा झुकने से भी राहत महसूस करते हैं. हालांकि, अगर उपायों से हिचकी न रुके तो मेडिकल मदद लें.
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