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पश्चिम बंगाल में अमित शाह के बाद अब योगी और स्मृति ईरानी की रैलियों को नहीं मिली इजाजत

हिंसक झड़प के बाद अब यहां रैली की इज्जात ने मिलने पर एक नया मुद्दा गरमा गया है.

Updated on: 14 May 2019, 10:17 AM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 के सभी 7 चरणों में अब तक हुए 6 चरणों के चुनाव में हिंसा देखने को मिली है. हिंसक झड़प के बाद अब यहां रैली की इज्जात ने मिलने पर एक नया मुद्दा गरमा गया है. सोमवार को यहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली रद्द होने के बाद अब यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली रद्द हो गई है. पार्टी के मुताबिक, 15 मई को योगी आदित्यनाथ 3 रैलियां करने वाले हैं. इसमें एक रैली की परमिशन नहीं मिली है. यूपी सीएम योगी बुधवार को हावड़ा में दोपहर 12.30 बजे पब्लिक मीटिंग है, जबकि नॉर्थ कोलकाता में 2 बजे और 3 बजे केएफआर ग्राउंड में जनसभा संबोधित करने वाले थे.

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पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के तहत 9 सीटों पर 19 मई को मतदान होना है. जिसके लिए सोमवार को अमित शाह की 3 रैलियों का कार्यक्रम था. इनमें से एक रैली दक्षिण 24 परगना जिले के जाधवपुर में दोपहर 12.30 बजे होनी थी. लेकिन रैली से कुछ वक्त पहले ही परमिशन रद्द होने की खबर सामने आई है. साथ ही अमित शाह के हेलिकॉप्टर को भी लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई. हालांकि, जाधवपुर के अलावा बाकी दोनों रैलियों को इजाजत मिल गई थी.

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शाह ने जाधवपुर में रैली रद्द होने पर कहा 'जयनगर में तो आ गया, लेकिन दूसरी जगह ममता दीदी के भतीजे की सीट थी. वहां पर हमारे जाने से ममता जी डरती हैं. उन्हें डर है कि भाजपा वाले इकट्ठा होंगे तो भतीजे का तख्त उल्टा हो जाएगा. इसलिए उन्होंने सभा की इजाजत नहीं दी.'

इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की रैलियों को भी अंतिम समय में अनुमति नहीं दीं. बीजेपी नेता सुनील देवधर ने सोमवार को यह जानकारी दी. देवधर ने बताया कि केंद्रीय मंत्री और अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी को मंगलवार को पश्चिम बंगाल आना था. ईरानी के लिए जाधवपुर में एक आयोजन किया गया था. लेकिन, चुनाव आयोग ने आखिरी समय में अनुमति देने से मना कर दिया.

सुनील देवधर ने स्थानीय चुनाव अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस, प्रशासन और डीएम रत्नाकर राव तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दलाल बने बैठे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भेदभाव कर रहा है और टीएमसी की दलाली कर रहा है. उन्होंने कहा कि 24 परगना जिले के डीएम रत्नाकर राव को तत्काल हटाया जाना चाहिए. उनके यहां रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं.